प्रदेश से आए जल निगम के मैनेजर और डिप्टी मैनेजरों ने देखी जल सप्लाई व्यवस्था

रिपोट – महेश वर्मा अक्षर
राजगढ़, 26 फ़रवरी 2025 को जल जीवन मिशन के तहत म.प्र.जल निगम की विभिन्न जिलों में स्थित परियोजना क्रियान्वयन इकाईयों में नव नियुक्त 31 मैनेजर एवं डिप्टी मैनेजरों के उन्मुखीकरण प्रशिक्षण के तहत क्षेत्र भ्रमण संपन्न हुआ। प्रबंध संचालक, म.प्र.जल निगम की अनुशंसा एवं मुख्य महाप्रबंधक श्री देवेन्द्र जैन के निर्देशन में प्रशिक्षु तकनीकी अधिकारियों द्वारा परियोजना क्रियान्वयन इकाई, राजगढ़ में संचालित ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना क्षेत्र का भ्रमण किया गया। जिले के 15 ग्रामों में 24 घंटे चल रही जल सप्लाई का भी अवलोकन किया l
बॉक्स – पहले चरण में देखा मोहनपुरा प्लांट : भ्रमण के पहले चरण में प्रशिक्षणार्थियों को समूह जल प्रदाय योजना, मोहनपुरा के जल स्त्रोत मोहनपुरा बांध एवं एल. एण्ड टी. संस्था द्वारा निर्मित इनटेक वेल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान महाप्रबंधक, श्री सुरेन्द्र कुमार जैन, परियोजना क्रियान्वयन इकाई, राजगढ़ द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को बांध एवं इनटेक वेल की तकनीकी, संरचना एवं विशेष रूप से इनटेक की पम्पिंग की प्रणाली से संबंधित सूक्ष्मतम जानकारी प्रदान की गई। साथ ही योजना के जल शोधन संयंत्र का अवलोकन किया गया। महाप्रबंधक द्वारा प्रशिक्षुओं को पाइप लाईन जोड़ना, फ्लो कंट्रोल वाल्व स्थापना, वाटर प्रेशर, वाटर फ्लो, एयर वॉल्व की क्रियाविधि, जल शुद्धिकरण की कार्य प्रणाली के प्रत्यक्ष संचालन एवं संधारण की तकनीकी से अवगत कराया गया।
बॉक्स : गोरखपुरा के 24 बाय 7 गांवों को देखा –
इसके बाद प्रशिक्षुओं को समूह जल प्रदाय योजना, गोरखपुरा के इंटेकवेल एवं जल शोधन संयंत्र की भ्रमण कराया। उपस्थित तकनीकी दल द्वारा गोरखपुरा एवं मोहनपुरा दोनों योजनाओं की विविधताओं का विस्तृत विवरण प्रदाय किया गया। इस दौरान दोंनों योजना से लाभांवित 577 ग्रामों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। माननीय जिला कलेक्टर के निर्देशन एवं महाप्रबंधक के कुशल संचालन से गोरखपुरा योजना के 15 ग्रामों के समस्त आवासीय परिवारों को वर्तमान में चौबीस घंटे निर्बाध पेयजल प्रदाय किया जा रहा है। ग्राम-कुंडीबे का भ्रमण किया गया। दल द्वारा लाभांवित परिवारों से प्रत्यक्ष संवाद कर पेयजल की पूर्व एवं वर्तमान स्थिति पर आधारित अनुभवों का साक्षात्कार किया गया। ग्रामीणों द्वारा जानकारी दी गई कि योजना के क्रियान्वयन के बाद उनकी दैनिक दिनचर्या एवं आर्थिक स्थिति में अमलू-चूल परिवर्तन हुआ है। पानी भरने में लगने वाले समय की बचत से महिलायें अन्य व्यवसायिक गतिविधियों में संलग्न होकर अपने जीवनयापन के साधनों में वृद्धि कर रही हैं। प्रषिक्षणार्थियों द्वारा ग्राम की श्रीमति सवित्रीबाई, श्रीमति धापूबाई, श्रीमति सुमित्राबाई, सुश्री किरण बाई एवं महिला स्वसहायता समूहों की सदस्यों से चर्चा कर वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त की गई। उल्लेखनीय है कि योजना के सफल संचालन के लिये ग्राम जल एवं स्वच्छता तदर्थ समिति व वॉल्व आपरेटर को 26 जनवरी में माननीय श्री सी.आर.पाटिल केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार, जल शक्ति मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा उनके उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मानित किया गया। भ्रमण कार्यक्रम का नेतृत्व म.प्र.जल निगम मुख्यालय के श्री सत्येन्द्र जैन, प्रषिक्षण नोडल अधिकारी एवं सामाजिक विकास विषेपज्ञ द्वारा किया गया। इस दौरान निर्माण एजेसीं एल एण्ड टी, टी.पी.आई., एवं एस.क्यू.सी. मे.वॉप्कोस लिमिटेड के श्री सत्येन्द्र जैन, डी.टी.एल. ने योजना से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदाय की गई। प्रषिक्षणार्थियों द्वारा क्षेत्र भ्रमण एवं योजना से दी गई जानकारी से पूर्ण संतुष्टि व्यक्त करते हुये परियोजना क्रियान्वयन इकाई के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया गया।