दो छात्रों को ABVP ने किया निष्कासितः शिकायत सही मिली; छात्रों ने होलकर साइंस कॉलेज के प्रोफेसरों को बनाया था बंधक

रिपोर्टर : सुमित कुमार
इंदौर के होलकर साइंस कॉलेज में होली के पोस्टर हटाने को लेकर छात्रों ने जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने यशवंत हॉल में बैठक कर रहे 150 से अधिक प्रोफेसरों को करीब आधे घंटे तक बंधक बनाए रखा। उन्होंने गेट पर लकड़ी फंसा दी और लाइट भी बंद कर दी, जिससे हॉल में मौजूद प्रोफेसर घबरा गए। इसके बाद छात्रों ने प्रिंसिपल के कार्यालय में घुसकर हंगामा किया और जवाब मांगने लगे।
जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए गए
कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. अनामिका जैन ने घटना की शिकायत भंवरकुआं थाने में दर्ज कराई और कलेक्टर आशीष सिंह से भी मामले की जानकारी दी थी। कलेक्टर के निर्देश पर अपर कलेक्टर राजेंद्र सिंह रघुवंशी ने जांच की, जिसमें प्रिंसिपल की शिकायत सही पाई गई।
जांच में सामने आया कि छात्र नेताओं ने 23 फरवरी को कॉलेज परिसर में बिना अनुमति होली मिलन समारोह के पोस्टर लगाए थे, जिसे प्रिंसिपल के निर्देश पर हटा दिया गया था। इसी के विरोध में छात्रों ने यह प्रदर्शन किया। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि छात्रों ने जानबूझकर हॉल का दरवाजा बंद किया और बिजली काटी, जो अनुशासनहीनता का गंभीर मामला है।
प्रदर्शन में शामिल छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश
जांच रिपोर्ट के आधार पर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले छात्र आलेख द्विवेदी, पीयूष कामविस्दार, सचिन राजपूत और सना के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।
एबीवीपी ने दो छात्रों को संगठन से निकाला
घटना के बाद एबीवीपी महानगर कार्यालय मंत्री लवीश जाधव ने बयान जारी कर हंगामे की निंदा की। उन्होंने कहा कि संगठन इस तरह की घटनाओं का समर्थन नहीं करता। एबीवीपी महानगर मंत्री रितेश पटेल ने बताया कि संगठन से जुड़े आलेख द्विवेदी और सचिन राजपूत प्रदर्शन में शामिल थे, जिसके चलते उन्हें तत्काल प्रभाव से एबीवीपी से निष्कासित कर दिया गया हैं।
एबीवीपी ने कॉलेज प्रशासन से अनुरोध किया है कि छात्र-प्रबंधन के बीच संवादपूर्ण माहौल बनाया जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। वहीं, कॉलेज प्रशासन ने अनुशासन समिति से दोषी छात्रों पर सख्त कार्रवाई की सिफारिश की है।