बागेश्वरधाम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बोलीं-संतों ने हमेशा समाज को राह दिखाई:पं. धीरेंद्र शास्त्री ने राष्ट्रपति को हनुमान यंत्र भेंट किया

रिपोर्टर मोहम्मद अय्यूब शीशगर
भोपाल/इंदौर,* खजुराहो स्थित बागेश्वर धाम में 251 जोड़ों का सामूहिक विवाह महोत्सव हो रहा है। कार्यक्रम में बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र शास्त्री ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को हनुमान यंत्र भेंट किया। इस दौरान मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे। पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, भारत के मंदिरों की पेटियों को गरीबों की बेटियों के लिए खोल दिया जाना चाहिए। बेटियों घर जाना तो मुस्कुराते हुए कहना कि बालाजी हमारे पिता हैं। हमारे विवाह में राष्ट्रपति महोदया आई थीं। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, मध्यप्रदेश सरकार की ओर से 51 हजार रुपए देने की भावना है, इसलिए सरकार की योजना का लाभ यहां आए जोड़ों को मिलेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, सभी महिलाएं आत्मनिर्भर बनने के प्रयास करें। जब आप सफल होंगी तभी हमारा समाज और देश सफल होगा। आयोजन के लिए 20 लाख लोगों के भंडारे की व्यवस्था है। मेन्यू में बूंदी, रायता, जलेबी, मालपुआ, पुलाव समेत 13 व्यंजन परोसे जाएंगे। इसके लिए 400 लोग पिछले छह दिन से खाना बनाने में जुटे हैं। इतने ही लोग शिष्यमंडल की मदद कर रहे हैं।
*महोत्सव में ये शामिल हुए*
• राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
• जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज
• पीठाधीश्वर राजेंद्रदास महाराज
• गीता ऋषि ज्ञानानंद महाराज
• अयोध्या के रामदिने आचार्य महाराज
• चिन्मयानन्द बापूजी महाराज
• गोपालमणि महाराज ।
*राष्ट्रपति बोलीं- संतों ने हमेशा समाज को सही राह दिखाई*
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, भारतीय परंपरा में संतों ने सदियों अपने कर्म और वाणी से जन मानस को राह दिखाई है। सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाई है। अंधविश्वास के बारे में लोगों को जागरूक किया है। चाहे गुरुनानक हों, रविदास हों या संत कबीर दास हों, मीराबाई हों या संत तुकाराम, सभी ने समाज को सही राह दिखाई है।
*राष्ट्रपति ने कहा- धीरेंद्र शास्त्री को धन्यवाद देती हूं*
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, सभी जोड़ों को बधाई देती हूं। सभी को सुखमय जीवन की शुभकामनाएं। आपको विवाह सूत्र में बांधने वाले बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को धन्यवाद देती हूं। विवाहित जोड़ों को गृहस्थी के सामान के साथ-साथ जीवनयापन के लिए आटा चक्की और सिलाई मशीन भी दी जा रही है।
*राज्यपाल ने वर-वधु को दी बधाई*
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा, सभी वर-वधु को बधाई। बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र शास्त्री ने गरीब और वंचित बेटियों के विवाह का समारोह किया ये अनुकरणीय है। सामूहिक विवाह समारोहों से भावी पीढ़ियों को अच्छे संस्कारों की सीख मिलती है।
*सीएम बोले- 251 घोड़े कहां से लाए, गजब कर दिया*
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, आज बागेश्वर धाम नया कीर्तिमान बना रहा है। आपने जातिगत संघर्ष को तोड़ने का काम किया है। ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है। 251 घोड़े कहां-कहां से लाए महाराज गजब कर दिया आपने। आज आपने अश्वमेघ के घोड़े के समान दिग्विजय घोड़े के समान ये घोड़े लाए हैं, जिन्होंने समाज की असमानता को तोड़ दिया। शासन, सत्ता और संत की त्रिवेणी की मौजूदगी में ये विवाह का काम किया। जातियों की दीवारें टूटें और सद्भावना बने ये काम किया है।
मप्र सरकार की ओर से 51 हजार रुपए देने की भावना है, इसलिए सरकार की योजना का लाभ यहां आए जोड़ों को मिलेगा।
*धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- बेटियों को बोझ मत मानो*
पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, जिस दिन हमने अपनी बहन का विवाह जैसे-तैसे लोगों से उधार लेकर किया उसी दिन ठान लिया था कि आज हमें बहन के विवाह में इतना निराश होना पड़ रहा है, भगवान ने हमें सामर्थ्यवान बनाया तो भारत में बेटियों के विवाह के लिए किसी को निराश नहीं होना पड़ेगा। बेटियों को बोझ मत मानो, बेटियां, बेटों से कम है क्या? बेटियों कम होती तो हमारी बेटियां बड़े-बड़े शिखर पर नहीं पहुंचतीं।
*धीरेंद्र शास्त्री बोले- बेटियां गर्व से ससुराल में रहेंगी*
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, देश में कोई छोटा-बड़ा नहीं है। सभी बराबर हैं। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए यह उत्सव हर वर्ष किया जाता है।
मंदिरों की दानपेटियों को बेटियों की शादियों के लिए खोल दिया जाएगा तो भारत को विश्व गुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता। बेटियां जब यहां से ब्याह कर जाएंगी तो गर्व से कहेंगी कि बालाजी हमारे पिता हैं और राष्ट्रपति के आशीर्वाद से शादी कर आए हैं।
*संतों ने सदियों से कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाई है: राष्ट्रपति*
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, भारतीय परंपरा में संतों ने सदियों अपने कर्म और वाणी से जन मानस को राह दिखाई है। सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाई है। अंधविश्वास के बारे में लोगों को जागरूक किया है। चाहे गुरुनानक हों, रविदास हों या संत कबीर दास हों, मीराबाई हों या संत तुकाराम। सभी ने समाज को सही राह दिखाई है।
*द्रौपदी मुर्मू* अध्यक्ष
*बेटियों के विवाह का ये समारोह अनुकरणीय है: राज्यपाल*
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा, सभी वर-वधु को बधाई। बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र शास्त्री ने गरीब और वंचित बेटियों के विवाह का समारोह किया ये अनुकरणीय है।
सामूहिक विवाह समारोहों से भावी पीढ़ियों को अच्छे संस्कारों की सीख मिलती है।
*मंगुभाई पटेल राज्यपाल,* मध्यप्रदेश
*विवाह के 251 घोड़े अश्वमेध के दिग्विजयी घोड़े के समानः सीएम*
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, आज बागेश्वर धाम नया कीर्तिमान बना रहा है। आपने जातिगत संघर्ष को तोड़ने का काम किया है। ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है। 251 घोड़े कहां-कहां से लाए महाराज गजब कर दिया आपने।
आज आप अश्वमेध और दिग्विजय घोड़े के समान ये घोड़े लाए हैं, जिन्होंने समाज की असमानता को तोड़ दिया।
*डॉ मोहन यादव मुख्यमंत्री,* मध्यप्रदेश
*हमने अपनी बहन का विवाह जैसे-तैसे किया थाः धीरेंद्र शास्त्री*
पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, जिस दिन हमने अपनी बहन का विवाह जैसे-तैसे लोगों से उधार लेकर किया, उसी दिन ठान लिया था। भगवान ने हमें सामर्थ्यवान बनाया तो भारत में बेटियों के विवाह के लिए किसी को निराश नहीं होना पड़ेगा। आज बेटियों की विदाई है तो हम भावुक हैं। ज्यादा बोल नहीं पाते हैं।
बेटियों को बोझ मत मानो, बेटियां, बेटों से कम हैं क्या? बेटियां कम होतीं तो वे बड़े-बड़े शिखरों पर नहीं पहुंचतीं।
*पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री* बागेश्वर धाम के पीठाधीश