पीने के पानी के लिए हो रहे परेशान नगर परिषद बीनागंज वार्ड क्रमांक 15 की जनता पार्षद राजेश खटीक ने बताया इसके जिम्मेदार समस्त चाचौड़ा के अधिकारी कर्मचारी हैं

पत्रकार भगवान दयाल गोलू बैरागी
चाचौड़ा बीनागंज
ठेकेदार की मनमानी वार्ड 15 को छोड़कर सभी कॉलोनी में पाइप लाइन डालकर कुछ लोगों को फायदा दिला रहा है। वार्ड 15 के लोगों को पीने के पानी की समस्या हो रही हे। न ही तो वार्ड 15 में पाइप लाइन डाली गई न ही जिम्मेदार प्रतिनिधियो ने गरीब जनता के लिए पिने के पानी की सुविधा उपलब्ध कराई वार्ड 15 के लोगों ने कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को आवेदन कर चुके हैं लेकिन अभी तक पाइप लाइन नहीं डाली नगर परिषद चाचौड़ा बीनागंज के पार्षद वार्ड 15 राजेश खटीक ने बताया कि मेरे द्वारा कहीं बार जिम्मेदार अधिकारियों को आवेदन कर चुका हूंलेकिन अभी तक पानी की पाइपलाइन नहीं डाली गई इसलिए जनता परेशान है इसके जिम्मेदार में चाचौड़ा के समस्त अधिकारियों कर्मचारीयो को मानता हूं। चाचौड़ा बीनागंज नगर परिषद में काफी लंबे समय से पानी की पाइपलाइन हर वार्ड में डाली जा रही है परंतु अभी तक वार्ड 15 में पानी की लाइन नहीं डाली गई मैं पार्षद राजेश खटीक इसकी जिम्मेदार चाचौड़ा के समस्त अधिकारी कर्मचारी को मानता हूं जो गरीब जनता को पानी नहीं दे सकते उनके यहां क्या काम माननीय गुना कलेक्टर महोदय से मैं निवेदन करूंगा कि जल्द से जल्द वार्ड 15 बीनागंज में पानी की पूर्ति की जाए क्योंकि कुछ ही दिन बाद बिशन गर्मी में मेरे वार्ड में पानी को लेकर बड़ी समस्या आएगी माननीय नगरी प्रशासन विभाग मंत्री जी माननीय कलेक्टर महोदय से मैं निवेदन करूंगा कि ठेकेदार की मनमानी एवं अवैध कॉलोनी में लाइन डालकर कुछ लोगों को फायदा दिया जा रहा है इसको लेकर जांच कर कार्रवाई की जाए और ठेकेदार को पेमेंट नहीं किया जाए अगर इतने भ्रष्टाचार के बाद भी ठेकेदार का पेमेंट होता है तो इसकी स्वयं जिम्मेदारी संस्था की होगी गर्मी आने के पहले समय रहते अगर पानी की पूर्ति वार्ड 15 में नहीं होती है तो मैं अपनी वार्ड की जनता को लेकर अधिकारियों के ऑफिस के सामने धरना दूंगा क्योंकि काफी समय से मैं अधिकारी कर्मचारियों के दफ्तर के चक्कर लगा रहा हूं कोई सुनने को तैयार नहीं है मेरे वार्ड की गरीब जनता की क्योंकि मेरा वार्ड अनुसूचित जाति का है ज्यादातर गरीब मजदूर लोग रहते हैं इसलिए कोई ध्यान नहीं देता है भेदभाव क्लियर नजर आता है।
ऐसे भ्रष्टाचार करने वाले ठेकेदारो एवं अधिकारियों व कर्मचारियों की कानूनी रूप से जांच होकर इनके ऊपर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। तभी भ्रष्टाचार पर रोक लग सके