मोहन राज में अधिकारियों की गुंडागर्दी!सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करना पड़ा महंगा, नगर परिषद ने दिखाई दबंगई

रिपोर्टर प्रांशु बघेल
सिवनी | मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में प्रशासनिक तानाशाही का शर्मनाक चेहरा सामने आया है। छपारा नगर परिषद के अधिकारियों ने एक शख्स की जिंदगी तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, सिर्फ इसलिए कि उसने सीएम हेल्पलाइन में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी।
मामला वार्ड क्रमांक 1, रानी दुर्गावती वार्ड का है, जहां चंदेनी गांव के संतराम अहिरवार नगर परिषद की मनमानी का शिकार हो गए। पहले तो उन्हें धमकाया गया, फिर भी झुके नहीं तो उनके नल कनेक्शन को काट दिया गया और उनके घर के सामने 4 फीट गहरा गड्ढा खोद दिया।
शिकायत का बदला लेने उतरी नगर परिषद!
संतराम अहिरवार राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत मेट के पद पर कार्यरत थे। नगर परिषद में शामिल होने के बाद उन्होंने अपनी नियुक्ति की मांग की, जिसे पहले मंजूरी मिल गई, लेकिन बाद में नए सीएमओ श्याम गोपाल भारती ने उन्हें काम से हटा दिया। जब उन्होंने न्याय की गुहार लगाते हुए सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई, तो अधिकारियों की दबंगई खुलकर सामने आ गई।
“शिकायत वापस लो, वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो” – यह धमकी देने के बाद भी जब संतराम डरे नहीं, तो नगर परिषद की टीम जेसीबी मशीन लेकर पहुंची और उनके घर के सामने खुदाई कर दी। पानी का कनेक्शन भी काट दिया गया, जिससे उनका जीवन मुश्किल में पड़ गया।
सीएमओ की सफाई, मगर क्या यह अन्याय सही है?
जब इस मामले ने तूल पकड़ा और जनता भड़क उठी, तब नगर परिषद के सीएमओ सामने आए और सफाई देने लगे। लेकिन क्या प्रशासन का यही चेहरा है? क्या शिकायत करना गुनाह है?
अब सवाल यह है कि क्या इस गुंडागर्दी के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी, या फिर सिस्टम का ये भ्रष्ट खेल यूं ही चलता रहेगा?