झाबुआ पुलिस अधीक्षक महोदय श्री पद्मविलोचन शुक्ल द्वारा वार्ड क्रमांक 17 में नगर सुरक्षा समिति के सदस्य एवं आमजनता के साथ किया संवाद कार्यक्रम

रिपोर्टर= भव्य जैन
झाबुआ पुलिस अधीक्षक श्री पद्मविलोचन शुक्ल द्वारा वार्ड क्रमांक 17 में एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नगर सुरक्षा समिति के सदस्य और क्षेत्रीय नागरिकों के बीच सुरक्षा, शिक्षा, यातायात नियमों और समाजिक कुरीतियों, साइबर अपराध, महिला संबंधी अपराधो के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र की समस्याओं को जानना और उनका समाधान करना है।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक महोदय ने नागरिकों से संवाद करते हुए संदिग्ध गतिविधियों, सुरक्षा से जुड़ी समस्याओं, और अन्य सामुदायिक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार कि संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को दे , वार्ड में हो रही किसी घटना का वीडियो बनाकर आमजन पुलिस को दे सकते, पुलिस द्वारा तत्परता से कार्यवाही की जाएगी। अपराध मुक्त समाज बनाने के लिए पुलिस और आमजन का सहयोग आवश्यक है।
इसके अलावा, उन्होंने सीसीटीवी कैमरे के महत्व को समझाया और बताया कि सीसीटीवी कैमरे न केवल अपराध की रोकथाम में मदद करते हैं, बल्कि यह क्षेत्र में आमजन की सुरक्षा के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम में बच्चों की शिक्षा पर भी विशेष ध्यान देते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय ने कहा कि समाज का हर नागरिक जिम्मेदार है और बच्चों की सही दिशा में शिक्षा देना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने सभी माता-पिता से अपील की कि वे बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी दें। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों को कम से कम 12वीं तक पढ़ाई पूरी करवाना बेहद जरूरी है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में सकारात्मक योगदान दे सकें।
उन्होंने इस अवसर पर बाल विवाह की समस्या पर भी विचार व्यक्त किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि बच्चों के जीवन को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए बाल विवाह जैसे कुप्रथाओं को रोकना चाहिए। कम उम्र में शादी से बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास रुक जाता है, जो उनके पूरे जीवन को प्रभावित कर सकता है।
कार्यक्रम में नशे के दुष्प्रभावों के बारे में चर्चा करते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय ने बताया कि नशा समाज की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है, और यह न केवल व्यक्ति की सेहत के लिए हानिकारक है, बल्कि पूरे परिवार और समाज को भी प्रभावित करता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नशे से दूर रहें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
साथ ही उन्होंने यातायात के नियमो के बारे में बताते हुए कहा कि सुरक्षा के मामले में यातायात नियमों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हेलमेट पहनना न केवल हमारी सुरक्षा के लिए आवश्यक है, बल्कि यह यातायात नियमों का पालन करने का एक जरूरी हिस्सा है। उन्होंने हेलमेट के महत्व को रेखांकित करते हुए सभी मोटरसाइकिल सवारों से इसे अनिवार्य रूप से पहनने की अपील की।
उन्होंने ने कहा कि सड़क पर सुरक्षित तरीके से चलने से दुर्घटनाओं में कमी आती है, और यह हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वे यातायात नियमों का पालन करें। उन्होंने बताया कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने से न केवल जुर्माना होता है, बल्कि इससे जान-माल की हानि भी हो सकती है।
कार्यक्रम में एक अन्य महत्वपूर्ण विषय साइबर अपराध पर भी चर्चा की गई। पुलीस अधीक्षक महोदय ने साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को लेकर नागरिकों को जागरूक किया और बताया कि इंटरनेट का प्रयोग करते समय हमें बहुत सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी सोशल मीडिया, ईमेल, और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से लोगों को धोखा देते हैं और उनके व्यक्तिगत जानकारी चुराते हैं।
उन्होंने ने नागरिकों से अपील की कि वे अपने व्यक्तिगत जानकारी को हमेशा सुरक्षित रखें और किसी भी संदिग्ध लिंक या ईमेल से बचें। इसके अलावा, उन्होंने साइबर अपराध के शिकार होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करने की सलाह दी।
कार्यक्रम में उन्होंने डीजे की आवाज़ से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि तेज आवाज़ से न केवल मानसिक तनाव उत्पन्न होता है, बल्कि यह स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है। विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं पर इस तरह की आवाज़ों का असर ज्यादा पड़ता है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे सार्वजनिक स्थलों पर डीजे की तेज आवाज़ से बचें और सामाजिक शांति बनाए रखें।
उन्होंने क्षेत्रीय नागरिकों से अपील की कि वे अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत रहें और पुलिस प्रशासन के साथ सहयोग बढ़ाएं। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा और समाजिक जागरूकता के मामले में हम सबका सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है, और इसी सहयोग से हम अपने क्षेत्र को और भी सुरक्षित बना सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से हम न केवल अपनी समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी ला सकते हैं।
कार्यक्रम में पुलीस अधीक्षक झाबुआ श्री पद्मविलोचन शुक्ल, एसडीओपी झाबुआ श्रीमती रूपरेखा यादव, वार्ड 17 की पार्षद, रक्षा सखी टीम, साइबर टीम, वार्ड के नागरिक, पत्रकार बंधु उपस्थित रहे।