गर्मी के मौसम में सुधरे हैंडपंपों से बड़ी संख्या में पानी दे पायेंगे, अभी तक 390 तालाबों का सीमांकन पूरा

रिपोर्टःराजेन्द्र तिवारी
कलेक्टर श्री कोचर ने जिले के आमजन से कहा है जनवरी माह में मीडिया के माध्यम से बताया था कि ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे पहले हैंडपंपों का सर्वे पूरा करा लिया है और हमने चिन्हित कर लिया है, उन हैंडपंपो की कलर कोडिंग भी कर ली है, जहां-जहां पर लग रहा है कि अतिरिक्त सामग्री की आवश्यकता है, उसके लिए ईएनसी पीएचई भोपाल से बात की और सामग्री भी मंगा ली है, ऐसे हैंडपंप जो सुधार योग्य है, उनके सुधार कार्य त्वरित गति से मार्च माह में किये जायेंगे, बाकी जो हैंडपंप चल रहे हैं, सुधरे हुए हैंडपंप को मिलाकर बड़ी संख्या में हैंड पंपो की संख्या हो जाएगी जो पानी पूरे गर्मी के मौसम में दे सकेंगे,
इसके अलावा 2 केटेगरी और हैं, पहली केटेगरी यह है कि जो हैंडपंप स्थाई रूप से खराब हो गए हैं, दूसरी कैटेगरी यह है कि जिसमें से प्रदूषित पानी आ रहा है, इनका संचालन बंद रखेंगे, एक को रेड कलर कोड दिया गया है, दूसरे को ब्लैक कलर कोड दिया गया है, इस प्रकार से कलर कोडिंग का अभियान चला कर सुनिश्चित किया है, इसके अलावा सीईओ जिला पंचायत प्रवीण फुलपगारे को दो टास्क दिए हैं, दो कमेटी उनके अंडर में बनाई है, पहला वाटर मैपिंग, वाटर विजिटिंग का काम करेंगी और दूसरी कमेटी को यह काम दिया गया है, कि नए तालाबों की जल संचय के जो क्षेत्र हैं, उनकी पॉसिबिलिटी को निकालें ताकि इस गर्मी में उनका काम और बारिश में उसमें जल संचित हो जाए,
इसके अलावा जो पुराने तालाब हैं, उन तालाबों का हम सीमांकन करा रहे हैं, अभी तक हमने 390 से अधिक तालाबों का सीमांकन करा लिया है, आज हम लगभग 450 तालाबों का सीमांकन का कार्य पूरा करा लेंगे, सीमांकन हुए तालाबों को दो भागों में बांटा जाएगा एक हेरिटेज श्रेणी जिसमें ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण तालाब और बावड़ियो को संरक्षित करने का काम करेंगे, और दूसरा जो सामान्य है, उनमें गहरीकरण और जल संवर्धन के कार्य किए जाएंगे, यह पूरा प्लान मार्च, अप्रैल और मई के लिए होगा इन तीनों माह में यह सघन अभियान चलाएंगे,