कागजो तक सीमित वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, लगातार गिर रहा भूजलस्तर

रिपोर्टर मोहम्मद आसीफ लंघा
आमला।। पिछले कुछ वर्षों से शहर का भूजलस्तर लगातार गिर रहा है हर वर्ष गर्मी के दिनों में पेयजल संकट की स्थिति निर्मित होती ही है लेकिन जल संरक्षण को लेकर आज भी शहर के लोग और प्रशासन गंभीर नही है यही वजह है कि शहर क्षेत्र में अनिवार्य होने के बावजूद वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के प्रति न तो नपा ध्यान देती है और न ही आमजन जागरूक है हालांकि इसके लिए नपा में एक धरोहर राशि भी जमा कराई जाती है लेकिन इसके बाद भी भवनों की मॉनीटिरिंग नही होती है यही वजह है कि वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम सिर्फ कागजो में ही सीमित नजर आते है जबकि शहर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम व्यवस्था को शख्ती से लागू करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है । ताकि लोग वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अपनाए और भूजलस्तर रिचार्ज करने में सहयोगी बने उल्लेखनीय है कि नपा प्रशासन द्वारा बीते तीन चार सालों में शहर में लगभग 1 सैकड़ा भवनों के निर्माण की अनुमति दी गई लेकिन उनमें से किसी मे भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम दिखाई नही देते है शहर में कई कालोनियां भी वैध या अवैध रूप से निर्मित की गई है लेकिन किसी मे भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के नियम का पालन होता दिखाई नही दे रहा है जिसका आलम है कि शहर में साल दर साल भूजलस्तर गिरते जा रहा है ।
क्या है वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
सरकार ने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर मापदण्ड तैयार किया है बताया जाता है कि सरकार द्वारा निर्धारित मापदण्ड अनुसार यह सिस्टम अगर 400 वर्ग फिट के छत वाले मकान में लगाया जाता है तो एक वर्षाकाल में लगभग 15 हजार लीटर पानी रिचार्ज किया जा सकता है ऐसे में यदि शहर के हर घर मे यह सिस्टम स्थापित होता है तो शहर का भूजलस्तर काफी ऊपर होगा ।
नपा जमा करती है शुल्क
वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर नपा में शुल्क जमा कराया जाता है बताया जाता है कि इसको लेकर हजार स्क्वेयर फिट से लेकर पंद्रह सौ स्क्वेयर फिट तक साथ हजार रुपए शुल्क जमा किया जाता है और उससे अधिक भूमि होने पर अधिक शुल्क लगता है।नपा द्वारा यह शुल्क लिया तो जाता है लेकिन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने पर कोई जोर नहीं दिया जाता है। जिस वजह से शहर में भूजलस्तर में गिरावट आना आम बात हो गई है।
*इनका कहना..
वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए राशि जमा कराई जाती है ।अगर मकान मालिक या कालोनाइजर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाते है तो उन्हें वह राशि वापस कर दी जाती है।
*गणेश हारोड़े*
*टाइमकीपर नपा आमला*