सूख गए पौधे,कही जड़ के अवशेष भी नही मिले

रिपोर्टर – सुवीर कुमार त्रिपाठी
वन विभाग की ओर से पौधरोपण के दावे की ,हकीकत
,सरकार के दावे उलट , जमीन पर अलग ही हकीकत
वन विभाग के हवाले से विधानसभा में भले ही कुछ और दावा किया हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ अलग ही है। वन विभाग का दावा है कि उसकी ओर से लगाये गए 90 फीसदी पौधे सही हालत में हैं । जिले में अलग अलग जगहों पर पड़ताल करने पर अलग ही हकीकत सामने आई है ।
औरेया जिले में वन विभाग को 26 लाख 5 हजार रु व अन्य विभाग 20 लाख 79951 पौधे लगाने का लक्ष्य था ।वन विभाग के लक्ष्य के मुताबिक पौधा रोपण हो गया ।
पेड़ सूखने के बहुत कम प्रतिशत है वन विभाग के वनाधिकारी साकिब खान ने बताया कि जिले में पिछले साल का लक्ष्य 46 लाख के आस पास था इसमे वन विभाग का 26 लाख 5 हजार था । बाकी अन्य विभागों का था ।इसमे लगे पौधों में कुछ सूख कर नष्ट हो जाते हैं ।कुछ लगते ही नही । जो पौधा सूख जाता है वहां दुबारा दूसरा पौधा लगा दिया जाता है ।
अयाना इलाके के बीहड़ में लगे पौधों को पानी नही मिला तो सूख जायेगे 16 हजार पौधे
वन विभाग की ओर से जुलाई 2024 में अयाना झेत्र के सेगनपुर में 2 किमी दूर सिद्ध बाबा मंदिर के पास 10 हेक्टेयर भूमि में 16 हजार पौधे लगाए गए थे । जिम्मेदारों ने पानी की व्यवस्था नही की । वारिश में लगाये गए पौधे सर्दी में नमी मिलने से सूखने से बचे हुए हैं । अब गर्मी शुरू होने से पानी की व्यवस्था नही की गयी तो पौधों के सूखने के खतरा है ।बहुत से पौधों की सुरक्षा के लिए टी गार्ड भी लगवाए गए थे ।