छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री के गीतकार एवं गायक गुरु मोहन टोडर

रिपोर्ट राकेश कुमार साहू।
रायपुर// बिलासपुर //जांजगीर चांपा।
छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री में गीतकार एवं गायक की कमी नहीं है इसलिए कमी नहीं है कि छत्तीसगढ़ राज्य जब से बना है तब से गीतकार एवं गायक दिनों दिन उभरते कलाकार के रूप में आ रहे हैं और अपना गीतों को गायकी के सुर में गाना गाते हैं और संगीत में पूरे छत्तीसगढ़ को बांधकर अपना कला का प्रदर्शन करते हैं।
इसी कड़ी के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य में बिलासपुर जिले के अंतर्गत निवास करने वाले कोटा ब्लॉक के नेवरा गांव के रहने वाले गनियारी के पास में है यह गांव के निवासी गुरु मोहन टोडर है इनका कहना यह है कि जब से छत्तीसगढ़ राज्य बना है तब से मैं एक गीत लिखा हूं उसे सूचना प्रसारण मंत्रालय के माध्यम से डीडी रायपुर एवं डीडी नेशनल पर एक गीत को प्रसारण करवाने के लिए मैं आवेदन दे रखा है मगर उन आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया गया है आज तक।
वह गीत है जो की स्वलिखित गए कि स्व अभिनीत गीत है भारत माता का गीत है जिसे डीडी रायपुर एवं डीडी नेशनल पर सीडी की कॉपी भेज चुका हूं मगर इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं किया गया है जिससे मैं काफी नाराज हूं।
गाने का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार से है।
गाने की बोल है भारत भारत माता गीतकार वह गायक कलाकार गुरु मोहन टोडर व साथी इसकी रिकॉर्डिंग हुई है एवीएम स्टूडियो रायपुर छत्तीसगढ़ इस गीत को कैमरामैन हुआ एडिटर सत्य प्रकाश वैष्णव के द्वारा इसे एडिट किया गया है।
भारत माता के इस गीत को टीवी पर प्रसारण की मांग किया वह भी जनहित पर ना कि सरकारी खजाने पर और इस गीत को प्रसारण के लिए मुझे तरशाया जा रहा है।
वर्तमान में अभी महान छत्तीसगढ़ी पारिवारिक छत्तीसगढ़ी भाषा पर आधारित फिल्म तोर मया के चिन्हा के फिल्म का गीतकार एवं गायक कलाकार भी है गुरु मोहन टोडर उन्होंने यह भी कहा कि इस फिल्म में मैंने गायक के रूप में एवं गीत को लिखा है जो कि इस फिल्म में दर्शकों को देखने को एवं सुनने को मिलेगा।
विडंबना यह है कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के पश्चात भी छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति को सजाओ रखने के लिए छत्तीसगढ़ के कलाकारों के प्रति शासन द्वारा भेदभाव किया जाता है।
हमारे संवाददाता का कहना यह है कि छत्तीसगढ़ के कलाकारों के प्रति भेदभाव किया जाता है जबकि बाहर की कला कारों को छत्तीसगढ़ की सरकार ऊंचा दर्जा देकर सम्मानित करती है और उनके गीतों को समस्त चैनलों में प्रसारण करती है।
जब से हमर छत्तीसगढ़ राज्य बना है तब से छत्तीसगढ़ी भाषा की चैनल आज तारीख तक नहीं है छत्तीसगढ़ के जनता बेसब्री से इंतजार कर रही है कि हमारे छत्तीसगढ़ की अलग दूरदर्शन केंद्र से चैनल हो हो जिससे हम अपनी भाषा की कार्यक्रमों को देखें मगर छत्तीसगढ़ शासन में बैठे मंत्री विधायक सांसद इसके प्रति ध्यान नहीं दे रहे हैं अगर ध्यान देते तो हमारे छत्तीसगढ़ की छत्तीसगढ़ी भाषा की चैनल होती जिसमें हम छत्तीसगढ़ी भाषा पर आधारित फिल्मी गीतों को देखने का अवसर प्राप्त होता यह हमारी सरकार ध्यान नहीं दे रही है।