नगर परिषद केवलारी नई सीसी रोड में फिर विवाद में

रिपोर्टर – श्रद्धा चंदौल
केवलारी। मध्य प्रदेश शासन की राशि का दुरुपयोग करने के लिए नगर परिषद केवलारी के कुछ ठेकेदार कोई कदम पीछे नहीं छोड़ रहे है। जहां विकास क्षेत्र को लेकर जनता ने विश्वास जताया था लेकिन सीसी सड़कों की यह हाल है इसमें सीमेंट धूल उड़ती हुई नजर आ रही है हम बात कर रहे हैं केवलारी नगर परिषद के वार्ड क्रमांक 13 की सिवनी मंडला रोड से वेनगंगा नदी रोड तक पूरी तरीके से गुणवत्ता विहीन कार्यों की रूप में नजर आ रही है जिसको लेकर काफी शिकायत सीएम हेल्पलाइन में भी लग रही है। लेकिन आज दिनांक तक इस रोड को नवनिर्माण होते हुए भी कोई सुधार कार्य नहीं किया गया है ना ही कोई उच्च अधिकारियों के द्वारा कोई कार्यवाही अभी तक इस सीसी रोड में की गई है जिससे नगर वासियों पर रोष व्याप्त है।
जबकि उचित निर्माण में सीसी सड़कों का निर्माण सीमेंट, पानी और समुच्चय के मिश्रण का उपयोग करके किया जाता है, जिन्हें एक कठोर और मजबूत सतह बनाने के लिए संकुचित और ठीक किया जाता है। कंक्रीट निस्संदेह निर्माण उद्योग में एक गेम-चेंजर है, जो विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए एक कठिन, मजबूत और टिकाऊ समाधान प्रदान करता है। आम जनमानस के लिए सड़कों का बनाकर वहां के रहवासियों के लिए एक बेहतर व्यवस्था के लिए शासन कई करोड़ राशि खर्च करती है लेकिन नीचे तक पहुंचने पर आज भी पारदर्शिता होने के बाद भी कहीं ना कहीं शासन की राशि का दुरुपयोग लोग आसानी से कर ही जाते हैं। सीसी सड़को के निर्माण कार्य पर नगर परिषद के जिम्मेदारों पर अब प्रश्न खड़े हो रहे है। इसमें स्वप्निल उपाध्याय द्वारा शिकायत भी की गई है। गुणवत्ता विहीन सड़को में शासन की राशि के दुरुपयोग और आम जनमानस को मिलने वाली सुविधा में दुविधा के सहभागी नगर के उपयंत्री सीएमओ तथा ठेकेदार बने हुए नजर आ रहे हैं। सीसी रोड में क्रेशर गिट्टी का खर्च बचाने के लिए फर्शी गिट्टी का उपयोग बीच-बीच में कर दिया जाता है या क्रेशर गिट्टी और फर्शी गिट्टी का मिलावट कर दिया जाता है। इसके अलावा क्रेशर गिट्टी से कहीं सस्ती बेस बोल्डर गिट्टी का भी उपयोग कर दिया जाता है, जिससे सीमेंट की मजबूत पकड़ लंबे समय के लिए नहीं रहती। ज्यादातर सीसी रोड पर वाइब्रेटर का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। वाइब्रेटर चलाने से कांक्रीट सही तरह से ठोस रूप से जमता है। इससे मसाले की खपत कुछ हद तक बढ़ती है, जिसे बचाने के लिए वाइब्रेटर का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। वार्ड क्रमांक 13 में नई सीसी रोड से उड़ रही धूल भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रही है। वार्डवासियों का मानना है कि सड़क की गुणवत्ता को दरकिनार करते हुए मनमाने ढंग से निर्माण कराया गया है। सड़क निर्माण में दाब गुणवत्ता लाने के लिए वाइब्रेटर का उपयोग करना जरूरी होता है जिससे सड़क में मजबूती बनी रहे लेकिन इन मूलभूत संशाधनों को दरकिनार किया गया है।