करीला मेला में बंगलाचौराहा पर उडने वाली धूल बनेगी श्रद्धालुओं को परेशानी का कारण,निर्माण ठेकेदार ने नहीं कराई सीसी सडक की सफाई

रिपोर्टर। हरिओम त्यागी
बंगलाचौराहा कस्वे में नालियों के निर्माण के चलते खुदाई से निकली मिट्टी की धूल से बने गुब्बारे सडक पर दिन भर उडते है।नालियों का निर्माण करने वाले ठेकेदार द्वारा अब तक सीसी सडक पर डली कस्वे की मिट्टी की सफाई नहीं कराई है जहां दिन भर निकलने वाले वाहनों से धूल के गुब्बारे उड़ते रहते हैं।जहां रंगपंचमी पर लगने वाले तीन दिवसीय करीला मेला के समय हजारों वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का कारण बनेगी।क्योंकि वाहनों से उडने वाली धूल दो पहिया वाहन चालकों एवं पैदल चलने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सबक बनेगी।करीला मेला के समय को मात्र 5 दिन शेष बचे हुए है ओर यदि इन पांच दिन में सीसी सडक पर डली धूल की सफाई प्रशासन द्वारा नहीं करवाई गई तो रंगपंचमी पर लगने वाले करीला मेला में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को आवागमन में धूल की बजह से समस्याएं होंगी।सबसे ज्यादा धूल से परेशानी दो पहिया वाहन चालकों को होगी।
कस्वे में वाहनों से उडने वाली धूल के यह गुब्बारे चाय की दुकान मिठाई की होटल सब्जी के ठेला समोसा कचोरी के ठेला जनरल स्टोर कंगन स्टोर रेडीमेट कपड़ा सहित अन्य दुकानों में जमा होती है जहां दिन भर स्थानीय रहवासी ओर दुकानदार परेशान है। स्थानीय लोगों ने निर्माण ठेकेदार से कई बार सीसी सडक पर डली मिट्टी की सफाई के लिए कहा इसके बाद भी निर्माण ठेकेदार द्वारा कोई सफाई नहीं करवाई गई है।ओर न ही पानी की तराई कर मिट्टी को बहाया गया है।जिसका खामियाजा लोगों सहित होटल संचालकों ओर रहवासियों को भुगतना पड़ रहा है।साथ ही धूल से होने वाली एलर्जी स्वांस जैसी खतरनाक बीमारियों से भी लोगों को अब डर लगने लगा है।साथ ही होटलों में रखी खाने की सामग्री पर धूल जमा होने से दूषित हो रही है।जिसका विपरित असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ेगा।इसके बाद भी आज तक प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है।जबकि करीला मेला को ले कर प्रतिदिन अधिकारियों कर्मचारियों का इसी बंगलाचौराहा से निकलना हो रहा है।इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं है।करीला मेला के लिए मुख्य रास्ता है बंगलाचौराहा से यहां से आएंगे आठ बजे दस लाख श्रद्धालु
यहां बता दें की करीला मेला के लिए बंगलाचौराहा से ही एक मुख्य रास्ता है जहां से करीला मेला की दूरी मात्र दस किमी है ओर इसी रास्ते से करीब आठ से दस लाख श्रद्धालु इसी बंगलाचौराहा से हजारों वाहनों से आएंगे।ओर इसी बंगलाचौराहा पर कई अनियमितताएं है जहां प्रशासन को समय रहते पूरी करनी होगी।क्योंकि विदिशा रायसेन भोपाल सहित उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिला सहित अन्य बडे शहरों का मिलान बंगलाचौराहा पर होता है।जहां कस्वे में पसरे अतिक्रमण ओर रोड पर उड़ रही धूल को समय रहते प्रशासन हटाना पड़ेगा।नहीं तो वाहन चालकों को परेशानियों के बीच करीला मेला के लिए निकलना होगा।