नगर निगम की पुरानी इमारत में लगी आग, मालवीय रोड में अफरातफरी

रिपोर्ट :- राकेश कुमार चौबे
रायपुर । राजधानी के मालवीय रोड स्थित पुरानी नगर निगम बिल्डिंग में अचानक आग लगने से इलाके में अफरातफरी मच गई। यह घटना गोलबाजार थाना क्षेत्र में हुई, जिससे बाजार में मौजूद दुकानदार और स्थानीय लोग काफी परेशान हो गए।
आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि ज़मीन पर फेंके गए कचरे में आग लगी हो, जो तेज हवा और गर्मी के कारण फैल गई। आग लगते ही फायर ब्रिगेड की टीम को सूचित किया गया, जिसके बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई। नगर निगम की पुरानी बिल्डिंग को इतने दिनों से तोड़ा जा रहा है किसकी गलती के कारण आग लगी और क्यों लगी इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए l
बिल्डिंग के चारों ओर दुकान होने के कारण आग के और फैलने की आशंका थी, लेकिन दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई से बड़ा नुकसान टल गया। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इससे पहले ही सदर बाजार में एक नामी गिरामी व्यापारी के मंजन गोदाम में रात को आग लगी थी लेकिन चुपचाप चुपके से बुझा लिया गया l नाम और रसूख के चलते अभी तक उसे मंजन को फैक्ट्री को अभी तक हटाया नहीं गया है यह गोदाम भी सदर बाजार के बीचो-बीच है किसकी मिली भगत से यह खबर बाहर नहीं निकली और क्यों कार्यवाही नहीं की गई इसकी जांच होना चाहिए सदर बाजार के लोगों की जान खतरे में है लेकिन लोग चुप क्यों है समझ नहीं आता l कुछ ही दूरी पर कोतवाली थाना है लेकिन पत्रकार ने जिस दिन आग लगी थी कोतवाली थाने में जाकर पूछी पूछताछ की तो उन्होंने इस घटना को के बारे में जानकारी नहीं होना बताया l बहुत मजे की बात यह है कि कोतवाली पुलिस किस दुनिया में मगन रहती है कि उसे इस बात की जानकारी नहीं लगी थी जबकि उसी दिन चुपचाप इस आग को बुझा लिया गया था l गर्मी में आए दिनों दुकानों में आग लगती रहती है गोल बाजार सदर बाजार और नयापारा बंजारी चौक में कई व्यापारियों के गोडाउन लोगों ने बना कर रखे हैं यहां जगह इतनी सकरी हैं और ट्रैफिक इतना ज्यादा रहता है कि जल्दी से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का पहुंच पाना मुश्किल होता है दुकानदारों के द्वारा सामान फैला के रखा जाता है और फुटपाथ पर भी फुटकर व्यापारियों को कब्जा है दिन में आप देखेंगे कि सड़क अलग-अलग भरी रहती हैं और रात को यह सड़के इतनी चौड़ी है की आराम से व्यवस्थित आदमी आ जा सकता है लेकिन कब्जाधारियों के कारण और दुकानदारों कारण यह रोड सकरी हो जाती है किसके शह के कारण कार्रवाई नहीं हो पाती है यह आश्चर्य का विषय है ?गोल बाजार के व्यवस्थापन से लेकर के सुधार को लेकर कई बार योजना बनी है लेकिन व्यापारियों और नेताओं के निजी स्वार्थ के कारण यह कार्य अभी तक अधूरा पड़ा है गोल बाजार के अंदर ही फटाखा की दुकानें हैं जिनमें कभी भी आग लगने का खतरा बना रहता है और आग लगने पर इसके गंभीर परिणाम निकल सकते हैं लेकिन नेताओं की उदासीनता अधिकारियों की उदासीनता के कारण आम जनता का जीवन खतरे में पड़ा हुआ है l रायपुर में जहां-जहां मार्केट फैले हुए हैं बने हुए हैं वहां-वहां व्यापारियों द्वारा रोड पर कब्जा करके सामान फैला के रखा जाना आम बात है l और जिसमें के के रोड में लगने वाला संडे बाजार (जिसे आम भाषा में लोग चोर बाजार भी कहते हैं)रविवार को तो आने जाने वालों के जीना दूभर हो जाता है किसकी परमिशन से यह संडे बाजार लगाया जा रहा है यह भी परेशान होने वाले लोग जानना चाहते हैं लेकिन अधिकारी और नेता इतने मगन हैं कि उन्हें आम जनता का परेशानी फालतू ही लगती है इस समय हिंदू और मुसलमान दोनों का ही त्योहारी सीजन चल रहा है जिसके चलते महिलाएं बच्चे बूढ़े काफी संख्या में बाजार में खरीदारी के लिए आए हुए रहते है अगर कोई अप्रिय घटना इस प्रकार की हो जाए तो सैकड़ो लोगों का जीवन खतरे में पड़ सकता है इस मामले में सांसद विधायक पार्षद महापौर व्यापारी आज तक सभी मिलजुल कर ही रहे हैं अर्थात अपनी अपनी मन की किए हैं और किसी ने भी जनहित के लिए कोई प्रयास नहीं किया अगर प्रयास किया होता तो आज उसका परिणाम सामने होता l अभी-अभी नई महापौर महोदया बनी है उनसे ही आशा है कि थोड़ा समय बीतने पर मुख्य मार्गो को कब्जा से मुक्त कराया जाएगा l और आम जनता को होने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलेगी l