पार्टी के खिलाफ़ काम करने वाले को तत्काल पार्टी से बाहर निकाला जाए-राजेश पुरी

रिपोर्टर एस०के सिंह
एमसीबी-नगरपालिका चुनाव में खुलेआम कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने वाले जिम्मेदार पदाधिकारियो पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। काँग्रेस में संगठन नाम की कोई चीज नहीं है। पार्टी के साथ गद्दारी करने वालो पर तत्काल सख़्त कार्यवाही हो उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाये। यह कहना है कांग्रेस के वरिष्ठतम नेता व पूर्व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी मनेन्द्रगढ़ के उपाध्यक्ष राजेश पुरी का। सन 1978 में कांग्रेस की विचारधारा से जुड़कर कांग्रेस का झंडा उठाने वाले राजेश पुरी उपाध्यक्ष चुनाव में हुए कॉस वोटिंग से बेहद दुखी है। उपाध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी पार्षद अजय जायसवाल को वोट नहीं देने वाले पार्षदों को चिन्हित कर उन्हें तत्काल पार्टी से बाहर किये जाने की माँग पुरी ने की हैं।
राजनीति अब धन उगाही का जरिया
वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेश पुरी ने कहा कि मौजूदा दौर में राजनीति का स्वरूप बदल गया है जो राजनीति वर्षों पूर्व जनसेवा का माध्यम था वह अब पूर्णतः अर्थोपार्जन, धन उगाही का जरिया हो गया है। लोग पैसो के ख़ातिर अपने संगठन अपनी पार्टी के सगे नहीं है। हालिया नगरपालिका चुनाव में कांग्रेस के जिम्मेदार पदो पर बैठे लोगों ने खुलकर पार्टी प्रत्याशी प्रभा पटेल के खिलाफ काम किया। “उपाध्यक्ष” चुनाव में भी कांग्रेस पार्षदों ने पार्टी प्रत्याशी अजय जायसवाल के खिलाफ क्रॉस वोटिंग की। पार्टी के खिलाफ काम करने वाले लोगों पर यदि सख़्त कार्यवाही नही हुई तो वह दिन दूर नही जो कभी कांग्रेस का प्रभाव वाला क्षेत्र था वह भविष्य में अपने वजूद के लिए संघर्ष करेगा। कांग्रेस में भीतरघात का यह खेल विधानसभा चुनाव से जारी है। यदि समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया तो कांग्रेस की स्थिति क्षेत्र में बहुत दयनीय हो जाएगी। मेरे शहर में ये चर्चा आम है कि ”उपाध्यक्ष” चुनाव मे पैसे लेकर कांग्रेस पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की, जिसका नतीजा ये रहा कि कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ता निष्ठावान सिपाही अजय जायजवाल को हार का सामना करना पड़ा।