विधायक रोहित पवार उन्होंके बारामती एग्रो पर ईडी की कार्रवाई, 6 जगहों पर जांच शुरू

रिपोर्ट-संजय मस्कर
सोलापूर, महाराष्ट्र
ईडी ने एनसीपी के शरद पवार गट के विधायक रोहित पवार के बारामती एग्रो पर छापा मारा है। ईडी कुल छह जगहों पर जांच कर रही है। इस बारे में ईडी ने अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है।
महाराष्ट्र के बारामती जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शरद पवार के पोते और विधायक रोहित पवार के बारामती एग्रो पर छापा मारा है। शुक्रवार (5 जनवरी) सुबह ईडी की टीम बारामती एग्रो पहुंची। कंपनी का दफ्तर अन्य लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। इस कंपनी के मालिक विधायक रोहित पवार हैं।
दरअसल अजित पवार के राज्य सरकार में शामिल होने के बाद से पवार परिवार में फूट पड़ गई है। अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने लेकिन शरद पवार के पोते और विधायक रोहित पवार, सांसद सुप्रिया सुले बड़े पवार के साथ रहे। विपक्षी पार्टी में शामिल रोहित पवार की कंपनियां केंद्र और राज्य एजेंसियों के रडार पर हैं। उधर, कंपनी प्रशासन की ओर से किसी ने भी इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। केंद्रीय जांच एजेंसियों की ओर से अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है।
विधायक रोहित पवार, सांसद सुप्रिया सुले बड़े पवार के साथ रहे। विपक्षी पार्टी में शामिल रोहित पवार की कंपनियां केंद्र और राज्य एजेंसियों के रडार पर हैं। उधर, कंपनी प्रशासन की ओर से किसी ने भी इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। केंद्रीय जांच एजेंसियों की ओर से अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है।
□किरीट सोमैया ने दर्ज कराई थी शिकायत:
बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने कन्नड़ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्री को लेकर ईडी में शिकायत दर्ज कराई थी। विधायक रोहित पवार की बारामती एग्रो कंपनी ने इस फैक्ट्री को नीलामी में केवल 50 करोड़ रुपये में खरीदा और उन्होंने दावा किया कि नीलामी प्रक्रिया में हेरफेर किया गया था। इसके लिए उन्होंने राज्य सहकारी बैंक पर भी निशाना साधा है।
□ रोहित पवार उन्होंने दी जानकारी:-
रोहित पवार ने ट्वीट किया है कि यह स्वाभिमानी महाराष्ट्र के प्रगतिशील विचारों का चेहरा है… जिन्होंने पीढ़ियों तक महाराष्ट्रीय धर्म को संरक्षित और पोषित किया है… महाराष्ट्र की धरती पर संघर्ष का एक लंबा इतिहास भी है क्योंकि इन महान विभूतियों ने हमें अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना भी सिखाया है। इसलिए, एक मराठी व्यक्ति के रूप में, सभी को महाराष्ट्र के धर्म की रक्षा और संरक्षण के लिए संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा।