राजस्व न्यायालय, प्रशासन का महत्वपूर्ण अंग इसे पारदर्शी बनाने की दिशा में राजस्व अमला करे कार्य:- कलेक्टर

रिपोर्ट-मो0अजहर
निश्चित समयावधि में हो लंबित प्रकरणों का निराकरण
प्रत्येक मंगलवार समय सीमा की बैठक के बाद राजस्व विभाग की होगी समीक्षा बैठक
एसडीएम प्रत्येक माह में कम से कम दो बार अपने अधीनस्थ तहसीलदार, पटवारी व अन्य के साथ लें समीक्षा बैठक
शीघ्र ही दूरस्थ अंचल के क्षेत्रवासियों के लिए उनकी सुविधा अनुरूप राजस्व शिविर लगाये जायेगे
सूरजपुर- राजस्व न्यायालय, प्रशासन का महत्वपूर्ण अंग इसे पारदर्शी बनाना सभी राजस्व अधिकारियों की जिम्मेदारी, ऐसा नवपदस्थ कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने राजस्व विभाग के बैठक के दौरान उपस्थित अधिकारियों से कही। इस अवसर पर उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को राजस्व प्रकरण पर एकजुटता के साथ लक्ष्य निर्धारित करने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्व की छवि पारदर्शी और स्वच्छ होनी चाहिए। उन्होंने सभी संबंधित उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी प्रकरण में अनावश्यक विलंब नहीं होनी चाहिए। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश किया कि सभी एसडीएम प्रत्येक माह में कम से कम दो बार अपने अधीनस्थ तहसीलदार, पटवारी व अन्य के साथ समीक्षा बैठक लें और सभी की सही तरीके से मॉनिटरिंग करें ताकि राजस्व प्रणाली में कसावट लायी जा सके।
उन्होंने सभी प्रकरण की ऑनलाइन एंट्री समयबद्ध करने के निर्देश भी संबंधितों को दिये। इसके साथ ही शीघ्र ही दूरस्थ अंचल के क्षेत्रवासियों के लिए उनकी सुविधा अनुरूप राजस्व शिविर लगाये जायेगे ताकि सेवा का स्तर और बेहतर किया जा सके।
अब से प्रत्येक सप्ताह समय सीमा की बैठक के पश्चात राजस्व विभाग की बैठक भी आयोजित की जायेगी ताकि राजस्व प्रकरण की मॉनीटरिंग रेगुलर हो और राजस्व प्रकरण के लंबित मामलों में कमी लाई जा सकें।
बैठक में राजस्व के सभी संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।