राज्य उत्पादन शुल्क विभाग ने बिना लाइसेंस के अवैध रूप से शराब बेचने वाले ढाबा और होटल मालिकों के खिलाफ शुरू की है कारवाई

रिपोर्टर-संजय मस्कर
राज्य उत्पादन शुल्क विभाग ने एक अप्रैल से छापेमारी शुरू कर दी है, जिससे अवैध रूप से शराब बेचने वाले होटल और ढाबा मालिकों में हड़कंप मच गया है। लाइसेंसधारी शराब विक्रेताओं ने इस छापेमारी का स्वागत किया है।
सरकारी राजस्व पर प्रभाव: विशेष रूप से, 2023 से मार्च 2025 तक महाराष्ट्र शराबबंदी अधिनियम के तहत दर्ज अपराधों के विश्लेषण पर गौर करें तो 2023 में 11.88 प्रतिशत और 2024 में 13.59 प्रतिशत मामले बिना लाइसेंस के ढाबों और होटलों में शराब की अवैध बिक्री के लिए दर्ज किए गए थे, जबकि इस साल इन अपराधों में 36.58 प्रतिशत की वृद्धि के कारण यह निर्णय लिया गया, ऐसा राज्य शराब आबकारी विभाग के आयुक्त डॉ. राजेश देशमुख ने जानकारी दी है। शराब निषेध विभाग के अनुसार, ठाणे जिले सहित राज्य भर में लाखों ढाबा और होटल मालिक बिना लाइसेंस के अवैध रूप से शराब बेच रहे हैं, जिससे सरकार के राजस्व पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।
अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश: दूसरी ओर, चूंकि शिकायतें मिल रही हैं कि शराब पीने वाले उपभोक्ताओं को भी धोखा दिया जा रहा है और वैध लाइसेंस धारकों के साथ अप्रत्यक्ष रूप से अन्याय किया जा रहा है, इसलिए आयुक्त डॉ. राजेश देशमुख ने 28 मार्च को राज्य के सभी विभागों के अधीक्षकों को एक लिखित आदेश जारी किया, जिसमें सभी संबंधित मैदानी अधिकारियों और उड़नदस्तों को अप्रैल महीने में अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए एक विशेष अभियान चलाने और अवैध शराब बेचने वाले ढाबों और होटल मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने और एक साप्ताहिक रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा।
ठेले पर शराब बेचे जाने की शिकायतें: इस बीच, मद्य निषेध विभाग की पिछली कार्रवाई से पता चला है कि ठाणे जिले के ग्रामीण इलाकों में सभी राष्ट्रीय-राज्य राजमार्गों पर ढाबों और होटलों में अवैध शराब बेची जा रही है। शहरी इलाकों में चाइनीज, वड़ा पाव और अंडा भुर्जी के ठेलों पर धड़ल्ले से हो रही शराब की बिक्री को लेकर सरकारी शराब बेचने वाले होटल मालिकों ने मद्य निषेध विभाग से शिकायत की है। इसी को लेकर मद्य निषेध विभाग द्वारा एक अप्रैल से यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है। आयुक्त डॉ. ने इस अभियान में कार्रवाई करने में आनाकानी करने वाले राज्य आबकारी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है। राजेश देशमुख द्वारा दिया गया।