बकावंड वन परिक्षेत्र से साल पेड़ की जूनामनी मसगांव तक तस्करी

रिपोर्ट ओम साहू
उलनार बीट में काटे जा चुके हरे भरे सागौन पेड़
गिरोह को विभाग के अधिकारियों का संरक्षण
बकावंड। वन परिक्षेत्र में जंगल माफिया सक्रिय हैं। ये लोग विभागीय अधिकारियों के संरक्षण में साल वृक्ष, समेत अन्य बेशकीमती प्रजातियों के पेड़ों की कटाई कर ईमारती लकड़ियों की तस्करी जूनामनी ग्राम के ट्रैक्टर में ले जाकर मसगांव में बेचा गया हैं। वन परिक्षेत्र की उलनार बीट में हरे भरे पेड़ काटकर बाहर भेजे जा चुके हैं।
बस्तर के जंगलों में वन माफिया की सरगर्मियां काफी बढ़ गई हैं। इसका बेजा लाभ लकड़ी तस्कर उठा रहे हैं। वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों का खुला संरक्षण मिलने के कारण इन जंगल माफियाओं के हौसले काफी बुलंद हो चले हैं। वे इलाके के जंगलों को उजाड़ने में कोई कमी नहीं कर रहे हैं। वहीं घर बैठे मोटी कमाई मिल जाने के कारण विभागीय अधिकारी अपने कानों में तेल डाले और आंखों में पट्टी बांधे बैठे हैं। बकावंड वन परिक्षेत्र की उलनार बीट अंतर्गत कक्ष क्रमांक 1317 में साल तथा अन्य ऊंची प्रजातियों के सैकड़ों पेड़ काटे जा चुके हैं। वन माफिया हरे भरे पेड़ों को कटवा कर गांव में ले जा रहे हैं। उन्हें कोई रोकने टोकने वाला नहीं है। विरोध करने वाले स्थानीय ग्रामीणों को डरा धमका कर चुप करा दिया जाता है। तस्कर दिनदहाड़े ही ईमारती लकड़ियों को बेचना शुरू कर देते हैं। इसके लिए ट्रैक्टर इस्तेमाल किया जाता है। उलनार बीट में पेड़ों के ठूठ अवैध कटाई की गवाही दे रहे हैं। वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों वन माफिया की सांठगांठ के कारण हर दिन लाखों की बेशकीमती लकड़ी पार हो रही है। बकावंडवन परिक्षेत्र के अंतर्गत उलनार बीट के कक्ष क्रमांक 1317 में साल के अनगिनत विशालकाय पेड़ों की काटाई हो चुकी है और वन माफिया अभी भी कटाई कर रहे हैं। जानते बूझते हुए भी रेंज के वन अधिकारी आंखें बंद कर रखे हैं।