मेरे जीते जी उद्योग नहीं लगने दूंगा : राजू शर्मा

रिपोर्ट -शिवानंद निर्मलकर
तिल्दा-नेवरा। जंगल काटकर उद्योग लगाने की मंशा का भनक लगते ही ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों के विरोधी तेवर सामने आने लगे हैं । रायपुर जिला के तिल्दा-नेवरा शहर से महज सात किलोमीटर दूर ग्राम सरोरा मैं जंगल को काटकर गोदावरी पांवर एंड इस्पात उद्योग लगाना प्रस्तावित है इस मसले पर गत दिनों पर्यावरण व संरक्षण जनसुनवाई आहूत किया गया था ।इस दौरान ग्रामीणों ने असहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए जनसुनवाई में कथित उद्योग का विरोध किया ।उनका कहना था कि एक तरफ पर्यावरण विभाग पर्यावरण सप्ताह मनाकर लोगों के मध्य जागरुकता फैलाने पर विश्वास करती है वहीं दुसरी ओर हरे भरे वृक्षों को काटकर जहरीले उद्योग लगाने वाले फर्म को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने को उतावले हो रहे हैं। इसी संदर्भ में जनसुनवाई के दौरान क्षेत्रिय जनप्रतिनिधियों ने भी अपना पक्ष रखते हुए जंगल उजाड़ने का कडा विरोध किया है । जिला पंचायत सभापति राजू शर्मा ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार एक हेक्टेयर भूमि पर दो सौ वृक्ष होने पर जंगल के श्रेणी में आता है उन्होने कहा कि उद्योग के लिए प्रस्तावित भूभाग में सीहोर जाति के बकरा बकरी प्रजनन केन्द्र है जो कि समाप्त हो जावेगा। शर्मा ने आगे बताया कि इस भू भाग पर वन विभाग ,कृषि विभाग ,पशु विभाग , संयुक्त संचानालय का जमीन है । जनप्रतिनिधि ने आगे कहा कि मेरे जीते जी इस भू भाग में कारखाना नहीं लगने दूंगा ।