स्लग — अयोध्या कार सेवक की दर्द भरी यादें ,अनिल अग्रवाल

रिपोर्ट- किशोर कुमार परमार
एंकर — अयोध्या मैं प्रभु श्री राम जी का मंदिर 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा होने जा रहा है |उस पल खैरागढ़ के 22 वर्षीय युवक अनिल अग्रवाल अपने तेरा साथियों के साथ कार सेवक बन अयोध्या निकले । आज 30 वर्ष बाद अनिल की आंखों में खुशी आवाज में नमी दर्द से भरी विवादित ढांचा वह मंजर का साक्षी बना जिनमे सैकड़ो कार सेवक की मौत का पुलिस की गोली से पुलिस की बर्बरता तांडव उसे समय की तत्कालीन सरकार द्वारा की गई लेकिन आज की सरकार ने भव्य राम मंदिर निर्माण कर अयोध्या विवाद को समाप्त किया ।
वी वो — ,आगामी 22 जनवरी मैं अयोध्या प्रभु श्री राम जी का प्राण प्रतिष्ठा होने जा रहा है ऐतिहासिक पल बनाने के लिए घर-घर निमंत्रण अक्षत लिए राम भक्त देने निकल पड़े । आज इस ऐतिहासिक राम मंदिर में पूजा पाठ के दौरान 53 वर्षीय अनिल अग्रवाल ने अपनी दर्द भरी दास्तान सुनाई। खैरागढ़ से निकाल कर इलाहाबाद तक सफर बहुत अच्छा रहा उसके बाद का मंजर अयोध्या तक पांच रातों तक अंधेरों में भटकते हुए पैदल चले दिन में छुप जाते थे क्योंकि उनको तत्कालीन सरकार पर भरोसा नहीं था हौसला रखते हुए अयोध्या पहुंचे भूखे प्यासे अनिल अपनी पहचान को छुपाते रहे तब सुबह दर्शन हेतु लाइन में खड़े थे मध्य प्रदेश की उमा भारती जी के साथ पुलिस की बर्बरता का बखान नहीं कर सकता उसके पश्चात गोलियों की बौछार कार सेवकों पर पुलिस ने चलाई कोठारी बंधु जैसे अनेक कार सेवको ने अपनी बलि दी
उन्होंने बताया आज की पीढी़ खुश नसीब है जो मंदिर बनते देख रहे हैं प्राण प्रतिष्ठा में सैकडो़ वर्षों की तपस्या के बाद 22 जनवरी को पूरी होने जा रही है
बाईट — अनिल अग्रवाल कार सेवक खैरागढ़