अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम ,पूजा में रहेंगे प्रधानमंत्री, मंगलध्वनी के भव्य वादन के साथ हेलिकॉप्टर से होने वाली है पुष्प वर्षा

रिपोर्ट-संजय मस्कर
सोलापूर, महाराष्ट्र
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सुबह 10:20 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। वहीं, राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां आखिरी चरण में हैं !
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में माहौल पूरी तरह से बदलने वाला है। करीब 500 सालों के इंतजार में प्रभु श्रीरामलला को अपना मंदिर मिलने जा रहा है। शताब्दियों से चले आ रहे इंतजार को खत्म होने के कार्यक्रम में भाग लेने स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आएंगे। उनके यहां पर उनके पौने पांच घंटे तक रुकने का कार्यक्रम है। 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा पूजा कार्यक्रम में करीब 50 मिनट तक पीएम नरेंद्र मोदी रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान सेना के हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की भी तैयारी है। प्रधानमंत्री के आधिकारिक कार्यक्रम के मुताबिक वह सोमवार सुबह 10:20 बजे अयोध्या एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे। दिन में 11 से 12 बजे का समय पीएम का रिजर्व रहेगा।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रेड व येलो जोन में करीब AI युक्त 400 कैमरे लगाए गए हैं, जो इंटीग्रेटेड कमांड ऐंड कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे। ये कैमरे फेस रिकॉग्निशन और ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन सिस्टम से लैस होंगे। अयोध्या जिले में करीब 9700 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। डीजीपी मुख्यालय की तरफ से 12 हजार से ज्यादा पुलिस अधिकारी व कर्मचारी सुरक्षा में तैनात किए गए हैं। इसके अलावा जिलों की फोर्स, एटीएस और एसटीएफ कमांडों की टीमें, एसपीजी, एनएसजी और यूपी पुलिस की एंटी ड्रोन टीमें भी तैनात रहेंगी।
4.45 घंटे अयोध्या में रहेंगे मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी करीब 4.45 मिनट तक अयोध्या में रहेंगे। उनके अयोध्या आगमन का शेड्यूल जारी हो गया है। सुबह 10:20 बजे अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचने के बाद सुबह 10:55 बजे वे राम जन्मभूमि मंदिर पहुंचेंगे। पीएम इससे पहले 30 दिसंबर को भी अयोध्या में बने महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करने आए थे।
भक्ति भाव से विभोर अयोध्याधाम में श्रीराम जन्मभूमि पर होने वाली प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सोमवार प्रातःकाल 10 बजे से ”मंगल ध्वनि” का भव्य वादन होगा। 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्र, विभिन्न राज्यों से, लगभग 2 घंटे तक इस शुभ घटना का साक्षी बनेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जानकारी दी है कि अयोध्या के यतीन्द्र मिश्र इस भव्य मंगल वादन के परिकल्पनाकार और संयोजक हैं, जिसमें केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली ने सहयोग किया है।
ट्रस्ट के अनुसार, यह भव्य संगीत कार्यक्रम हर भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर का प्रतीक है, जो प्रभु श्री राम के सम्मान में विविध परंपराओं को एकजुट करता है। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश भर के विभिन्न प्रदेशों के प्रसिद्ध वाद्ययंत्रों का भी वादन होगा। इन स्वर लहरियों के बीच श्रीरामलला अपने सिंहासन पर विराजमान होंगे।
भारतीय परंपरा के वादन में जितने प्रकार के वाद्ययंत्र हैं, सभी का मंदिर प्रांगण में वादन होगा। इनमें उत्तर प्रदेश का पखावज, बांसुरी, ढोलक, कर्नाटक का वीणा, महाराष्ट्र का सुंदरी, पंजाब का अलगोजा, ओडिशा का मर्दल, मध्यप्रदेश का संतूर, मणिपुर का पुंग, असम का नगाड़ा और काली, छत्तीसगढ़ का तंबूरा, बिहार का पखावज, दिल्ली की शहनाई, राजस्थान का रावणहत्था, बंगाल का श्रीखोल, सरोद, आंध्र का घटम, झारखंड का सितार, गुजरात का संतार, तमिलनाडु का नागस्वरम,तविल, मृदंग और उत्तराखंड का हुड़का शामिल हैं।