प्रभु श्री राम की बेर से बनी बिशाल रंगोली

रिपोर्ट रवि जायसवाल लोरमी।
छत्तीसगढ़ वासियों का जो आस्था का केंद्र है प्रभु श्री राम के प्रति भांजे की तरह है प्रभु श्री राम की ननिहाल छत्तीसगढ़ में अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा हो रही है वहीं छत्तीसगढ़ में भी रामलला अयोध्या में विराजमान हो रहे हैं वही हमारे छत्तीसगढ़ में भी प्रभु श्री राम के सुंदर मनोहर बेर की रंगोली द्वारा आकृति बनाया गया है जो 5000 स्क्वायर फीट में बनी हुई है इसे बनाने में लगभग 5 टन बेर का उपयोग किया गया है इस आकृति को बनाने के लिए रायपुर से आए हुए आर्टिस्ट द्वारा बनाया गया है यह विश्व का बेर के द्वारा बनाया गया सबसे बड़ी आकृति होगी यह आकृति प्रभु श्री राम की संजीव दर्शन कर रहा है इस आकृति को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड देने की तैयारी है माननीय उपमुख्यमंत्री की आकृति को बनाने में विशेष सहयोग रहा उन्हीं का प्रयोजन है जो आज हमारे हाई स्कूल मैदान में माता शबरी का बेर सुंदर आकृति बनाया गया है माननीय उपमुख्यमंत्री सह परिवार इस आयोजन में हिस्सा लिया मंगल आरती किया आकृति का परिक्रमा भी लगाए लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला माननीय उपमुख्यमंत्री के द्वारा श्री राम को भांजा कहकर संबोधन किया गया तथा प्रदेश और देश की मंगल कामनाएं दिया इस आयोजन को देखने के लिए हाई स्कूल मैदान में भारी संख्या में जन सैलाब की भीड़ उमर पड़ा प्रभु श्री राम अब तक पर कृपा बनाए रखें प्रभु श्री राम का मंदिर बना प्राण प्रतिष्ठा होना हमारे छत्तीसगढ़ वासियों के लिए काफी उत्साह का दिन है शेरो भी नहीं गांव में भी काफी उल्लास है प्रभु श्री राम के मंदिर बनने से लोगों में हर्ष व्याप्त है