करीला धाम माता जानकी मंदिर की महिमा यहां भक्तो के कार्य पूर्ण होने पर देते है माता जानकी क़ो बधाइयां

रिपोर्ट -राजेश विश्वकर्मा
मध्यप्रदेश के गुना के पास अशोक नगर जिले मे इस्थित माता जानकी करीला धाम मंदिर पर भक्तो की मन्नत पूरी होने पर देते माता जानकी है बधाईयां
जी हां ये वहीं माता जानकी सीता माता का मंदिर ( बाल्मीकि आश्रम) जहाँ पर सीता माता जी ने लव कुश जी क़ो जन्म दिया था
जब सीता माता जानकी क़ो श्री राम जी द्वारा वन मे छोड़ा था तो यही वाल्मीकि आश्रम है जहाँ माता जानकी मे बनवास काटा था यही पर लव कुश क़ो जन्म दिया था यहां की मान्यता है की जब सीता माता द्वारा लव कुश जन्मे थे तब अप्सराओं द्वारा बधाई गीत गाया गया था तब से ही यहां प्रथा चली आ रही है जिसकी मनोकामना पूर्ण होती है वह दर्शणार्थी अपनी इच्छा से जितनी बार माता जानकी क़ो बधाई दिलवाना चाहता है दिलवाता है और बधाई देने के बाद उन महिलाओं द्वारा ही माता जानकी क़ो मनोकामना पूर्ण होने पर झंडा चढ़ाया जाता है यहां पर अब अप्सराएं तो है नहीं लेकिन अप्सरा रूपी यहां नाचने वाली राइ समाज की महिलाये मिल जाती है जिनको इस छेत्र मे राइ नचाने जैसे नामो से जानते है
यहांपर माता जानकी अपने दोनों पुत्र लव एवं कुश और बाल्मीकि जी के साथ बिराजमान है साथ ही कृष्ण मंदिर. गणेश मंदिर. हनुमान मंदिर मे सभी देवता विराजमान है यहां के मुख्य द्वार पर श्री राम जी के धनुष द्वार के भी दर्सन मिलते है