सूर्यपुत्री ताप्ती के तट स्थित राजघाट का अलौकिक नजारा, बुरहानपुर में भी घर-घर जलाए दीप, हर तरफ भगवा ध्वज, आतिशबाजी भी हुई

रिपोर्ट डॉ.आनंद दीक्षित
पांच सदी की तपस्या लाखों बलिदानों एवं संघर्षों के बाद हुआ रामराज्य का उदय
बुरहानपुर। पांच सदी की तपस्या लाखों बलिदानों एवं संघर्षों के बाद रामराज्य का उदय हुआ हैं। विश्व में फैले राम भत्तों की आंखें कृतज्ञ थी अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति। पौ फटते हैं रामधुन गुनगुना उठी। हरतरफ भगवा ध्वज लहराए। हर कोई केसरिया एवं पीले बाना में सजा नजर आया। घरों से लेकर सड़कों – गलियों तक रामभक्ति लहराई। आंगन तो आंगन सड़के भी रंगोली और दीपों से सज गई। दिन भर हर तरफ गूंजे तो बस प्रभु श्रीराम के भक्तिगीत और जयघोष। बच्चों और युवाओं की टोलियां दिनभर भगवा ध्वज लिए जय घोष लगाती निकलतीं रहीं।
अयोध्या में प्रभु श्री रामका प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव हुआ, इधर पूरा शहर उनके धाम की तरह सजा रहा। राम भक्त ने श्री राम मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा को अपनी आंखों में सजोना चाह रहा था और इसी चाह में उसने अपने अपने सभी प्रतिष्ठान बंद कर दिए।
कुल मिला कर सब कुछ राममय हो गया। सूर्यपुत्री ताप्ती ने त्रेता युग में प्रभु श्रीराम के दर्शन नागझिरी घाट स्थित श्रीराम झरोखा मंदिर में पाए थे। अब राजघाट सोमवार को प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव के तहत एक लाख 24 हजार दीपों के अलौकिक प्रकाश से जगमगाई। राजघाट पर लाखों दीपक रोशनहुए तो मां ताप्ती की लहरें भी आल्हादित हो झिलमिला उठी। यहां विधायक अर्चना चिटनीस, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, महापौर माधुरी पटेल और अन्य जनप्रतिनिधियों सहित हजारों रामभक्तों ने राम दीपावली दीपोत्सव मनाई।
सभी ने ताप्ती मैया की महाआरती की। इधर आरती के स्वर गूंजे, उधर ताप्तीतट दीपों से जगमगा उठा। दीपोंकी झिलमिल के साथ ही लाखों राम मंत्र का जाप हुआ। मंच से प्रभु श्रीराम के भक्ति गीत गूंजने लगे तो ताप्ती की लहरें भी हिलोरें मार कर जैसे रामधुन से संगत दे रही हो। हजारों रामभक्तों ने मंच पर बच्चों और युवाओं द्वारा प्रस्तुत केवटप्रसंग के साथ प्रभु श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, शबरी, हनुमान जी, जामवंत और जटायु की आकर्षक झांकियां भी निहारीं।
दीपोत्सव में शामिल होने के लिए भक्तों का उत्साह ऐसा रहा कि राजघाट ही नहीं यहां पहुंचने वाले शहर के हर रास्ते पर हजारों की भीड़ रही। इनमें महिलाएं और बच्चों की संख्या ज्यादा रही। सुबह से देर रात तक दीपावली की तरह जोरदार आतिशबाजी का दौर चलता रहा । दीपावली की तरह पटाखा बाजार भी लगा।
17 क्विंटल घानी का सरसो तेल, एक लाख 24 हजार बातियां लगीं राजघाट पर दीपोत्सव मनाने की तैयारी कई दिन से चल रही थी। इसको लेकर आमजन में भी खासा उत्साह नजर आ रहा था और इन सब का प्रतिनिधित्व कर रही थी राम भक्त विधायक अर्चना चिटनिस। ताप्ती तट पर 17 क्विंटल घानी के सरसो तेल से एक लाख 24 हजार दीपक जगमगाए। सभी दीपक प्रजापति समाज द्वारा अनुष्ठान के लिए उपलब्ध कराए। दीपोत्सव की तैयारी के तहत पहले राजघाट पर पूर्वाभ्यास कर देखा गया कि कहां हवा का कितना दबाव है। इस हिसाबसे दीपकों में बाती जलाई गई।
आंगन से लेकर गलियों तक झिलमिलाए दीपक
शहर में सोमवार सुबह से ही हर तरफ रामधुन गूंजी। घरों पर भगवा पताकाएं लहराईं। आंगन से लेकर गलियों तक दीपक झिलमिलाए। मंदिरों में रामायणपाठ, सुंदरकांड पाठ और पूजा-अनुष्ठान हुए तो मोहल्ले – कॉलोनियों में भी विविध अनुष्ठान हुए। जगह-जगह हुए भंडारों में भक्तों ने विभिन्न तरह की प्रसादी पाई। प्रभु श्रीराम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा उत्सव इस तरह मना, मानों अयोध्या धाम यहीं उतर आया हो। हर कोई प्रभु श्रीराम के भक्ति में सराबोर रहा। शहर में घर-घर दीप जलाए गए।