अयोध्या हमारी सांस्कृतिक राजधानी, दुनिया में सबसे ज्यादा श्रृद्धालु राघव के दर्शन करने जाएंगे अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर कारसेवको के सम्मान में श्री लखदातार सेवा समिति ने किया श्रीरामोत्सव कवि सम्मेलन का आयोजन

रिपोर्ट अक्षय राठौर
सुसनेर। क्या अद्भत कालखंड चल रहा है, पहले विदेश से कोई भी अतिथि आता था तो मजीरो पर चादरे चढाई जाती थी लेकिन अब कोई अतिथि आता है तो मंदिरो में मत्था टेकने जाता है, ये परिवर्तन है, अब जो परिवर्तन हुआ है यह हमे गौरवान्वित करता है। जी 20 सबमिट हुई तो हमारे देश के प्रधानमंत्री ने सभी देशो के लोगो का स्वागत किया और बताया की ये यह तिरंगे में लगा चक्र कोर्णाक के सूर्य मंदिर के रथ का पहिया है। ये हमार इतिहास है। आज हर मोबाइल में, यह टीवी चेनल में, हर अखबार में राम छाए है। क्यों कि अयोध्या हमारी सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रही है। आज के बाद से यदी सबसे ज्यादा श्रृद्धालु कही दर्शन करने जाएंगे तो वह अवध में बालरूपी राघव के दर्शन करने जाएंगे। उक्त विचार बीती देर रात्रि में नगर के श्री राम मंदिर धर्मशाला प्रांगण में श्री लखदातार सेवा समिति के द्वारा अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव दिवस पर कारसेवको के सम्मान में आयोजित श्रीरामोत्सव कवि सम्मेलन में उपस्थित श्रोताओ को सम्बोधित करते हुएं वीर रस के अंतरराष्ट्रीय कवि मुकेश मोलवा ने व्यक्त किये। उन्होने अपनी कविताओ के माध्यम से भगवान राम, भरत, लक्ष्मण, उवर्शी, सीताजी और माता कैकई की महिमा का बखान किया। इस आयोजन में मंच का संचालन कवि विपुल विद्रोही ने किया। इस दोरान हास्य कवि सम्राट दिनेश देशी घी, लाफ्टर शो में शामिल हो चुके कवि नाथद्वारा के कानु पंडित, भीलवाडा के दीपक पारीख, श्रृंगार रस की कवियत्री मोनिका देहलवी व सुसनेर के कवि हरिओम शर्मा व छोट गायरी ने भगवान राम, मातृशक्ति व भारत को समर्पित कविता पाठ प्रस्तुत किये इस दौरान अयोध्या में कार सेवा करने वाले क्षेत्र के कारसेवकों का भी कुमकुम का तिलक लगाकर, केसरिया साफी व मुंमेटो भेंट कर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान राम की आरती व हनुमान चालीसा के साथ कि गई। इस आयोजन के दोरान मंच से ही मुकेश मोलवा ने अपील की-कि यदी किसी बच्चे के माता-पिता जो कोरोनोकाल में दिवंगत हो गए हो या फिर सेना में शहीद हो गए और वे बच्चे अधिकारी बनने के लिए तैयारी कर रहे है या सेना में जाना चाहते है तो उनके लिए हमारी संस्था कार्यरत है आप उन्है हमे सोप सकते है उनका भविष्य संवारने की जिम्मैदारी हम लेंगे। इस अवसर पर श्री लखदातार सेवा समिति के प्रदीप सोनी, प्रदीप बजाज, लखन भावसार, आयुष मित्तल, सुरेश चोहान, संजय त्रिवेदी, राकेश बिकन्दिया, अर्पित हरदेनिया, पंकज अग्रवाल, मुरली पढीयार व बडी संख्या में श्रोतागण मोजूद रहे।