हमारा धरमजयगढ़ किस ओर आगे बड़ रहा हैं

रिपोर्ट – रोहित तिर्की
धरमजयगढ़(दबंग केशरी): धरमजयगढ़ को धर्म की नगरी के नाम से जाना जाता हैं। जिसे हम उदयपुर स्टेट भी कहते हैं । जहा भिन्न-भिन्न धर्मों के लोंग मिल जुल कर रहते हैं। सभी एक दूसरे के त्यौहारों को मिल-जुलकर बड़े ही धूम-धाम से मानते हैं। धरमजयगढ़ एक छोटा सा क़स्बा हैं, ब्लॉक और तहसील धरमजयगढ़ हैं। यहाँ धार्मिक स्थानों में अम्बेडिकरा का मंदिर, सिसरिंगा मंदिन, राम मंदिर निचेपारा, मस्जिद और गिरजा घर भी हैं। शिक्षा के क्षेत्र में शासकीय महाविद्याल, आई.टी.आई, स्वामी आत्मानंद,डी.ए.भी, उर्सुलाइन, कन्या शाला, आदर्श ग्राम्य भारती, ज्योति विद्या मंदिर, और भी अन्य संस्था हैँ। ग्रामिण क्षेत्रों में अधिकांश आदिवासी निवास करते हैं। जिनका मुख्य व्यवसाय कृषि हैं। सामान्य लोंग कस्बे में रहते है ,व्यापार और नौकरी से अपनी जीविका चलाते हैं । गांव के लोगों में आज भी शिक्षा की कमी है आज सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न योजनाये चलायी जा रही हैं जिसका क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिल रहा हैं जिससे नई पीढ़ी के लोंग आज शिक्षित हो रहे हैं। आज का युवा मोबाइल , टेलीविज़न,लैपटॉप,आज 5 जी टेक्नोलोजी में जी रहे हैं जिसका क्षेत्र में दुष्प्रभाव भी पड़ रहा हैं। लोंग आज यूट्यूब देख कर तो बहुत कुछ् सिख रहे वही कुछ गलत मानसिकता के लोंग आज इस एतिहासिक नगरी को किस ओर लेकर जा रहे हैं, आज क्षेत्र में सट्टा जुआ, मर्डर, और चौरी डकैती जैसे वारदाद काफी सुनने को मिल रहा हैं, न जाने आज हमारा धरमजयगढ़ किस ओर आगे बड़ रहा हैं । क्या क्षेत्र की पुलिस प्रशासन जुआ,सट्टा,चोरी-डकैती जैसे वारदातों में कंज कश पायेगी , आज क्षेत्र में सट्टा और जुआ जैसे वारदात रोज सुनने में आ रहे हैं। क्या पुलिस इस पर स्ट्रिंग ऑपरेशन चला पायेगी? यह एक बड़ा प्रश्न हैं। जिस पर पुलिस के साथ-साथ सभी लोगों को सोचने की आवश्यकता हैं। न जाने हमारा धरमजयगढ़ किस ओर आगे बड़ रहा हैं। बच्चों को घर पर किताब नहीं मोबाइल दिया जा रहा हैं । आज कही न कही बच्चे जो दिशाहीन होते जा रहे हैं इसमे कही न कही हम सबकी गलती है कि बच्चों को एक सही दिशा नहीं दे पा रहे। आज यदि सभी अपने बच्चों और खुद अपने आप को सुधारने और अच्छा मार्गदर्शन देने का प्रयास के साथ-साथ अच्छे संस्कार देने की कोशिश करे तो हमारा धरमजयगढ़ कितना आगे बड़ सकता हैं।अच्छा मार्गदर्शन नहीं दे तो बच्चा किस ओर आगे बढ़ेगा और बड़ रहा हैं इस पर सभी को सोचने की भी आवश्यकता हैं।