कई प्रतिभाओ के धनी डॉ मोहन यादव मुख्यमंत्री मप्र.*उनकी सरलता और सहजता, और उनकी स्मरण क्षमता सबसे अलग छवि बनाती है,

रिपोर्ट राकेश पाटीदार
दबंग केसरी देपालपुर मप्र
25 मार्च 1965 को मोहन यादव का जन्म उज्जैन में हुआ था। उनकी शादी सीमा यादव से हुई है और उनके तीन बच्चे हैं- एक बेटी और दो बेटे।
डॉ. यादव ने उज्जैन विश्वविद्यालय से विज्ञान स्नातक (बीएससी) की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने अपने शैक्षणिक हितों को आगे बढ़ाया और उसी विश्वविद्यालय से एलएलबी, मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए), मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए), और डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की डिग्री पूरी की
बात उन दिनों की है जब मेरा उज्जैन जाना हुआ, वहाँ उनके एक करीबी मित्र से मुलाक़ात हुई,उन्होंने बताया की मोहनभाई हमारी मित्रो की टीम मै सबसे सुलझे हुऐ, और जवाबदारी वाले , मित्र है, अपनी जिम्मेदारी बचपन से हीं परिपक्व, अंदाज मै कार्य शैली मै निपुण रहे है! उनकी याद रखने की खास अदा है किसी भी, परिस्थिति मै हम सबको मार्गदर्शन करते थे, बचपन हो या उनका कॉलेज का समय हमेशा, काम मै और ईमानदारी से जब तक कार्य पूरा नहीं तब तक राहत की सास नहीं लेते, वो हमेशा से, अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते है, हमारी मित्रो की टीम मै सबसे प्रतिभा वान है, हमेशा निरंतर, गतिमान रहते है, उनकी कार्य सैली उनको सबसे अलग प्रदर्शित करती है समाज के छोटे से छोटे, मानवीय मूल्यों की सुक्षमता के पहलु, क़ो वो बखूबी समझते है,
हमारा अगला प्रश्न था, अब वो प्रदेश के मुखिया है कैसे देखते है,
उनका जवाब, था माननीय मोदी जी के नेतृत्व मै विकसित राष्ट्र, विकसित प्रदेश, का लक्ष और प्रदेश की जिम्मेदारी बखूबी तरह से निभाएंगे, वो कई पदों पर रहे, लेकिन हर जगह कुशलता से जिम्मेदारी का निर्वाह किया है, उनमे कालेज के समय से नेतृत्व सिद्धांत क़ो समझा है, काफ़ी ज्ञान और कला के क्षेत्र मै, काम का अनुभव है, वो इस गरिमामय पद के हक़दार थे जो उनको मिला है,