ऐतिहासिक दिन पर “राममय” हुई श्रीमद भागवत कथा सारे दिन प्रभु श्री राम के जयकारों से गूंजता रहा कथा पांडाल

रिपोर्ट विकास कुशवाह
नालछा :- 22 जनवरी का ऐतिहासिक दिन इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में हमेशा हमेशा के लिए दर्ज हो गया जब भारत सहित विश्व के अनेक देशों में माहोल पूर्ण रूप से राममय नजर आया और हर कोई भगवान राम की भक्ति में लिन होकर उत्सव मना रहा था ऐसे माहोल में अयोध्या धाम के भव्य श्री राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के निमित्त नालछा में आयोजित श्रीमद भागवत कथा का पंडाल भी भगवान रामलला के मंदिर में प्रवेश के उत्सव में रंगा रहा सुबह बड़ी स्क्रीन लगाकर रामभक्तो को अयोध्या धाम से प्रसारित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का सीधा प्रसारण दिखाया गया और जैसे ही प्राण प्रतिष्ठा के बाद महाआरती हुई वैसे ही महा प्रसादी के रूप में मिठाइयां बाटी गई और सभी भक्तो का मुंह मीठा करवाया गया वही प्रयाग गौरव शिवम शुक्ला की अनन्य शिष्या आठ वर्षीय बाल व्यास देवी विष्णु प्रिया अविजी ने प्रभु श्री राम के जीवन का जीवंत प्रसंग सुनाते हुए कहा की 500 वर्षो के लंबे संघर्ष और लाखो बलिदानों के बाद आज भगवान रामलला ने अयोध्या धाम के भव्य मंदिर में प्रवेश किया हे इस दिन का इंतजार करते करते कई पीढ़ियां बीत गई कई सदियां बीत गई लेकिन वो पल नही आया लेकिन जब आज वो समय आया हे और आज हम अब इस पल के साक्षी बने हे तो ये हमारा कर्मो का फल है और हमारा सौभाग्य है प्रभु श्री राम हमारे आराध्य हे,हमारी आस्था हे,हमारा विश्वास हे हमारे रोम रोम में प्रभु श्री राम बसे हुए हे भगवान राम को माता सीता के अलावा हर स्त्री में माता नजर आती थी इसलिए ही हे वे मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम कहलाए भगवान राम का जन्म अधर्म का नाश कर धर्म की स्थापना करने के लिए ही हुआ था कथा पांडाल के प्रभु श्री राम,माता सीता,लक्ष्मण और राम भक्त हनुमानजी का रूप धारण कर भक्तो ने भगवान की मनमोहन मुद्राएं भी प्रस्तुत की शाम 4 बजे आरती के पश्चात आरती कर प्रसादी का वितरण किया गया सारे दीन भगवान राम के भजनों की प्रस्तुति दी गई और पूरा पंडाल भगवान राम के जयकारों से गूंजता रहा