हांफता सिस्टम और न थमने वाला जहरीली शराब का काला कारोबार

रिपोर्ट राजकुमार वलेचा
अब तक शराब तस्करी के मामले में हो सकता है शीर्ष पर रही हो जिला अब नकली और अवैध शराब बिक्री का अड्ढ़ा बनता दिखाई पड़ रहा है। हालत ये है जिले के थाना इलाकों में जहां शराब तस्करी हो रही है। वहीं छोटे-मोटे ढाबों एवं रेस्टोरेंटों पर खुलेआम नकली एवं अवैध शराब बिक्री का कारोबार चरम पर है। इसके बावजूद इस ओर ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। हालांकि बीते कुछ महीने पूर्व मे पुलिस एवं आबकारी विभाग की ओर से अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाईयां की गई हैं, लेकिन यह कार्रवाईयां छोटे स्तर पर ही सीमित होकर रह गई हैं। पुलिस एवं आबकारी विभाग के हाथ बड़े शराब तस्कर एवं नकली तथा अवैध शराब बेचने वालों तक नहीं पहुंच रहे हैं। इससे शराब का बड़े पैमाने पर खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है।
*प्रतिबंधित शराब की खेप हर दिन*
सूत्रों के अनुसार जिले में प्रतिबंधित भिलाई मे स्प्रिट निर्मित शराब देशी मशाला एवं प्लेन की खेपें दिनो दिन बलौदाबाजार भाटापारा पहुंचती हैं, और यहां से बॉर्डर थानों से पुरे जिले के विभिन्न क्षेत्रो को सप्लाई होती जाती हैं।जिसका पूरा जिम्मा थानो मे पदस्थ पुलिसकर्मीयों का है इसके बाद उसको यहां से तस्करी किया जाता है। कई बार यहां मध्यप्रदेश की खेपें भी बरामद हुई हैं। लेकिन इनकी जांचें पुलिस एवं आबकारी विभाग की फायलों में ही दफन होकर रह गई हैं। जबकि इस तरह के प्रकरणों की भरमार है।
नकली शराब की पुष्ठि हाल ही मे पलारी थाने क्षेत्र के गातापार मेले मे हुई है जहाँ थाना पलारी द्वारा 50 नग नकली शराब को भट्टी के वैध शराब घोषित कर कार्यवाही को खानापूर्ति दिया गया
*बलौदाबाजार जिले के नकली शराब के अपवाह तंत्र*
विशिष्ट सूत्रों के अनुसार नकली शराब का उदगम स्थल सर्वाधिक मान्यता भिलाई तो वही कुछ मान्यता संडी मानी जा रही है बलौदाबाजार जिले के नकली शराब के अपवाह तंत्र का विस्तार कुछ इस प्रकार दिखाई पड़ रही है सहायक नदी रूपी थाना पलारी क्षेत्र के छेरकापुर, अमेरा ,दतान , अछोली,गातापर,संडी ,ससहा , सुंदरी,देवसुन्दरा,सकरी आदि क्षेत्रो मे नकली सोमरस की अजधर धारा प्रवाहित हो रही है वही बलौदाबाजार भाटापारा के सहायक नदी रूपी गिधपुरी थाना से ,सुंदरावन , वटगन , बोहारडीह , गैतरा , तमोरी,बिजराडीह , जुनवानी व तेलासी क्षेत्रो मे बह रही है
तो वही सहायक नदी रूपी सुहेला थाना से ,श्री सीमेंट, रानी जारोद, सुहेला,गाड़ाभाटा, पत्थर चुवा, साराडीह सेम्हराडीह मे नकली सोमरस प्रवाहित हो रही है
वही जिले के केंद्रबिंदु स्थित सहायक नदी रूपी सिटी कोतवाली थाना मे नकली शराब अधिकांश सोमरस धारा प्रवाहित होती है जिसके क्षेत्र इस प्रकार है ,लटूवा , खटियापाटी , नवापारा,मुस्वठोढी,बिटकुली,पनगांव, कंजी, दसरमा, पुरैना खपरी,रिसदा, करमन्दा, छुइहा भद्रा आदि क्षेत्रो मे बह रही है वही सहायक नदी रूपी सिटी कोतवाली थाना के सहायक नदी करही बाजार चौंकी से ,सोनाडीह, करही बाजार,डोंगरीडीह खजूरी मे नकली सोमरस की धाराप्रवाह निरंतर बह रही है जिसकी कल कल की मनोरम आवाज़ जिला पुलिस प्रशासन एवं आबकारी विभाग के नहीं सुनाई दे रही है
ऐसा माना जा रहा है कि नकली शराब जिला बलौदाबाजार भाटापारा के पुलिस विभाग और आबकारी विभाग के कर्मचारीयों का आर्थिक जीवन रेखा है
**जिले मे आबकारी विभाग की हाथ सफाई की प्रसिद्धि प्रगतिरत**
बीते पखवाड़ा मे आबकारी विभाग द्वारा सुपरविजन के दौरान गांवो मे घूम-घूमकर पैसे कमाने के उद्देश्य से हाथ सफाई की प्रसिद्धि बड़े चर्चे मे है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लवन क्षेत्र के कोहरौद, धाराशिव, कुम्हारी कैलाशगढ़ के गावों मे खूब कमाई की जा रही है आज आबकारी विभाग द्वारा सुपरविजन को कमाई का जरिया बनाकर अवैध वसूली की जा रही है क्षेत्र के स्थानीय नेताओं द्वारा विभाग प्रमुख को शिकायत दिए जाते है किन्तु उनकी कोई सुनवाई नहीं होता है क्योंकि सबकी हिस्सेदारी बनी हुई है आबकारी विभाग की शिकायतो का अम्बार है किन्तु जिला प्रशासन द्वारा अपने अधिकारी कर्मचारी के ऊपर कार्यवाही नहीं करती है अगर कार्यवाही कर देगी तो विभाग मे कर्मचारी की कमी हो जाती है अगर कर्मचारी कमी होंगी तो जिले मे प्रकरण की संख्या मे बढ़ोतरी हो जाती है इन्ही सब बातो को ध्यान मे जिला प्रशासन बखूबी रखते है।
राजस्व में होने वाली कमी का असर पूरे प्रदेश की प्रगति पर पड़ता है कई विकास कार्य अधूरे रह जाते हैं और सरकार को दूसरी एजेंसीयों से लोन लेना पड़ता है।जिसका उसे भारी भरकम ब्याज देना पड़ता है अगर इस मिलीभगत को रोका जाए तो प्रदेश का बहुत सा पैसा प्रदेश के राजस्व में जाएगा और लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। एक्साइज अधिकारियों को चाहिए कि वह अपना आर्थिक स्वार्थ छोड़कर कर जो लोग शराब पीते हैं, उन्हें अच्छी शराब उपल्ब्ध कराने की जिम्मेदारी निभाएं।