गरीबों के मसीहा, बालोद जिले की शान है साहू सर*

रिपोर्ट विजय जैन मित्तल
लोगों के दिलों पर एक नाम आता है साहू सर का
बालोद। दंबग केसरी।
बालोद जिले में गरीबों के मसीहा के नाम से जाने जाते हैं साहू सर,साहू सर लोगों के दिलों पर राज करने वाले सर है।साहू सर पेशे से वकील हैं साथ ही गरीबों के मसीहा कहलाने वाले पहले बालोद जिले के व्यक्ति हैं। साहू सर का उद्देश्य है कि लोगों को निष्पक्ष न्याय दिलाना इसी के चलते आज साहू सर बालोद जिले की शान बन गए हैं। साहू सर किसी के पास देने के लिए फीस भी नहीं रहती तो भी मानवता सेवा भावना करते हुए निःशुल्क न्याय दिलाने के लिए केस लड़ते हैं और लोगों को न्याय दिलाते हैं।एक जानकार ने बताया कि साहू सर बहुत ही सरल और बहुत ही मधुर वाणी वाले हैं जिन्होंने धन राशि को महत्व ना देते हुए लोगों को न्याय दिलाने के लिए वकील के पेशे में आयें है। साहू सर ने कभी भी किसी भी केस को लेकर धन राशि की बात नहीं की उन्होंने हमेशा सच का साथ और न्याय दिलाने के लिए ही कार्य किया है।एल एल बी के बहुत से छात्र छात्राओं ने अपना आयडल साहू सर को माना है और आगे भी मानते रहेंगे। साहू सर ने हमेशा एक ही उद्देश्य रखा है और वो है लोगों को न्याय दिलाना और लोगों को सही मार्ग पर आगे बढ़ाना।एल एल बी के कुछ छात्र छात्राओं ने बताया कि हम हमेशा चाहते हैं कि हमारी शिक्षा के बाद हम साहू सर के सानिध्य में अपना प्रशिक्षण ग्रहण करें। बालोद जिले में साहू सर पेशे से वकील होते हुए भी पुरे बालोद जिले में अपनी एक अलग ही पहचान बना रखी है और वो है गरीबों के मसीहा मतलब जिसका कोई नहीं उसका है इस दुनिया में साहू सर। साहू सर की मानवता को देखकर ब्यूरो चीफ भी उनको दिल से धन्यवाद करता है।