चितरंगी क्षेत्र में जल का भारी संकट बकिया पंचायत के आदिवासी महिलाएं पांच किलोमीटर दूर से पानी लाने को मजबूर टैंकर लागा पंचायत निर्माण कार्य में।।

संवाददाता आरपी सोनी –
सिंगरौली जिला के शहर कस्बों को छोड़कर मौजूदा भीसड गर्मी में धर्ती का जल अस्तर नीचे चले जाने के कारण लगभग सभी ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का संकट हो गया है ज्यादातर हैंड पंप फेल हो जाने के कारण पूरे क्षेत्र में पानी का भारी संकट समना करना पड़ रहा है जल संकट से निपटने के लिए चितरंगी खंड प्रशासन द्वारा बीते दिन मीटिंग रखा गया था बताया जा रहा है जल प्रभावित क्षेत्रों में टैंकर से ग्रामीणों को जल मुहैया कराने हेतु निर्देशित किया गया है जिस निर्देश का पालन करते हुए कुछ ग्राम पंचायत टैंकर के माध्यम जल पहुंचाने का कार्य कर भी रहें हैं वही कोरावल क्षेत्र के जल विहीन सुदूर आदिवासी बस्ती में बसे रहवासियों के जल संकट को लेकर बकिया सरपंच सचिव गंभीर नहीं है
बताते चलें कोरावल क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत बकिया अंतर्गत बरगवां निवासी व्यक्ति फोन कर दबंग सम्राट टीम को बताया साहब हमारे पंचायत में पानी का भारी संकट है जो हैंडपंप हैं भी वह सब सूख गए हैं हमारे यहां पानी पीने का भारी संकट है बावजूद ग्राम पंचायत सरपंच सचिव द्वारा टैंकर से पानी वितरित न करते हुए टैंकर को पंचायत स्टापडैम के निर्माण कार्य में लगाए हुए हैं किसी के द्वारा पानी का मदद नहीं किया जा है प्लीज खबर चलाइए शायद कहीं से कुछ मदद हो जाय। जिनकी बात सुनकर पत्रकारों का टीम कोरावल क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बकिया के राजस्व ग्राम बरगवां पहुंचा जहां रास्ते में आधा दर्जन से ज्यादा समूह में आदिवासी महिलाएं सिर में पानी ले कर आते और पानी हेतु पैदल जाते हुए मिली जिन्हें रोक कर लोकेशन ऑन कैमरा पानी प्राप्त होने की दूरी जानकारी हेतु बातचीत की गई जिन्होंने सिर में पानी का भार रखें अपने भाषा में सरपंच सचिव सहित नेताओं को बुरा-भला कहते हुए बोलीं साहब हम लोग पांच किलोमीटर दूर से पानी ला रही हूं दो खेप पानी लाने में दिन बीत जाता है जब वोट का समय आता है तो लगता है नेता जीतने के बाद सब कुछ दे देंगे किंतु आज जब पानी का संकट हुआ तो कोई देखने तक नहीं आता कि हम गरीब लोग क्या खाते हैं क्या पीते हैं
इतना ही नहीं जल समस्या के चलते पत्रकारों से नाराज एक लड़की बोली अगर आप हम लोगों की समस्या देखने आए हैं तो चलिए हमारे साथ, और आगे चल दी कुछ दूर जाने के बाद एक हैंडपंप मिला जिसे चलते हुए लड़की बोली देखिए पानी निकलता है या नहीं, जिस हैंडपंप को चलते-चलते लड़की सायद थक गई थी, तब दो महिलाएं साथ में हैंडपंप चलना प्रारंभ की काफी समय बाद थोड़ा अनुपयोगी जल गिरा जिस जल को देख पीने हेतु बच्चे दौड़ पड़े जल पीने योग्य ना होने के कारण बच्चों को रोकना पड़ा।
*भीषण गर्मी दौरान जल संकट को देखते हुए खबर के माध्यम उपखंड अधिकारी एवं तहसीलदार प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए शीघ्र सभी पंचायतों में मौजूद टैंकर को तत्काल निर्माण कार्य से मुक्त करा जल प्रभावित ग्रामों में टैंकर के जरिए जरूरतमंद को जल वितरण करने की मांग की जाती है।*