लकड़ी के सहारे 50 किमी सफर तय कर ईरपागुट्टा के बुजुर्गों ने पेंशन कि लगाई गुहार नेशनल पार्क एरिया के एडापल्ली, सेंड्रा, बड़ेकाकलेड इन पंचायतों के सैकड़ो लोगों कई सालों से नही मिल रहा पेंशन दो दिन का सफर तय कर पहुचे मुख्यालय ग्रामीण,पहले घर पहुंचकर मिलता था अब दर दर भड़क रहे है पेंशनर्स

रिपोर्टर संतोष तिवारी
बीजापुर। जिले के भोपालपटनम ब्लॉक के ग्राम पंचायत एड़ापल्ली के ईरपागुट्टा गांव कि बुजुर्ग वेलादी बीरा और वेलादी हड़मा लड़खड़ाते हुए कदमो से हाथ मे लकड़ी लिए दो दिनों से 50 किलोमीटर पैदल व ट्रेक्टर से सफर तय कर पेंशन कि गुहार लगाने ब्लाक मुख्यालय पहुचे है उन्हें तक़रीबन 5 साल से पेंशन नहीं मिला है।
सरकार कि महत्वपूर्ण योजना वृद्धावस्था पेंशन से वो वंचित है बुजुर्ग ने बताया कि पिछले पांच साल से पेंशन के लिए सचिव से गुहार लगा रहा है लेकिन उसके खाते में पेंशन जमा नहीं हो रही है। अपनी समस्या बताते उन्होंने इससे पहले भी पटनम आकर पंचायत सचिव से मुलाक़ात कर चले गए सचिव द्वारा जल्द ही खाते में पेंशन आने की बात कहकर भेज देते हैं।
नेशनल पार्क एरिया के एडापल्ली, सेंड्रा, बड़ेकाकलेड इन ग्राम पंचायतों के सैकड़ो लोगों कई सालों से पेंशन नही मिल रहा है, सेंड्रा में 22, बड़ेकाकले में 37 और एडापल्ली 34 हितग्राही है इन लोगो को कई सालों से पेंशन नही मिल रहा है।और कई हितग्राही ऐसे भी है जिनका नाम भी नही जुड़ा है, आपको बता दे कि ग्रामीण आँचल के लोग ज्यादा बोल और समझ नहीं पाते है और उन्हें जिस तरह से बोला जाये वहीं सुन भी लेते है बुजुर्ग हड़मा नें बताया कि उनका सहारा कोई नहीं है बच्चे उनकी जरुरत पूरी नहीं करते कभी किसी चीज कि जरुरत पड़ी तो बार- बार मांगकर सुनन्ना पड़ता है शक्कर, चायपत्ती, साबुन जैसी जरुरी चीजों कि जरुरत रहती है लेकिन उसके लिए पैसे नहीं रहते है।
*दो दिन का सफर तय कर पहुचे मुख्यालय*
ब्लाक मुख्यालय से तक़रीबन 50 किमी दूर ईरपागुट्टा के बुजुर्ग दो दिनो का सफर तय कर अपनी समस्या सुनने आए है घर से निकलने मे बाद उन्होंने एक रात कानलापर्ती गांव मे रूककर दूसरे दिन वहां से फिर निकल गए कुछ दूर बार ट्रेक्टर मे बैठकर भोपालपटनम पहुचे है। उन्होंने बताया कि गांव मे वो अकेले नहीं है उनके साथ और भी ग्रामीण है जिन्हे पेंशन नहीं मिल रहा है।
*60 माह से नहीं मिला पेंशन*
बुजुर्ग हड़मा नें बताया कि उन्हें 5 साल से पेंशन नहीं मिल रहा है पासबुक देखे तो 2017 के बाद खाते मे लेनदेन कि इंट्री नहीं हुई है पीड़ित पासबुक आधार कार्ड वोटर आईडी ओरिजल और फोटो कॉपी लेकर घूम रहे है उन्हींनें बताया कि सचिव से मिलने गए थे लेकिन सचिव नें कहा है कि अब अगले साल पेंशन मिलेगा।
*पहले घर पहुंचाकर मिलता अब घुमाया जा रहा है*
ग्रामीणों का कहना है कि पहले घर पहुंचाकर पेंशन सचिव लाकर देते थे पासबुक लेजाकर बैंक मे खाते से पैसे निकलकर पेंशन लाकर देते थे अब खाते मे पैसा जमा नहीं हो रहा है उतनी दुरी तय कर आना मुश्किल है जैसे तैसे आते भी है तो पैसा ही नहीं रहता है।
ग्राम पंचायत एडापल्ली सचिव- गोटा समैया ने बताया कि उनके पंचायत में कुल 34 हितग्राही है जिसमे समाजिक सुरक्षा पेंशन 15 वृद्धावस्था 01 विधवा पेंशन14 और सुखद सहारा पेंशन के4 हितग्राही है। उन लोगो के खाते केवाईसी नही होने के वजह से दो सालों से पेंशन नही आ रहा है।