कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर की सातवीं वैज्ञानिक परामर्शदात्री समिति की बैठक संपन्न

रिपोर्टर सुरेश कुमार
बनखेड़ी कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर जिला नर्मदापुरम की सातवीं वैज्ञानिक परामर्शदात्री समिति की बैठक आज दिनांक 12.06.2024 को कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर के सभागार में आयोजित की गयी जिसकी अध्यक्षता निदेशक विस्तार सेवाएँ, जवाहर लाल नेहरु कृषि विश्व विद्यालय जबलपुर से पधारे डॉ.दिनकर शर्मा ने की, बैठक में भा.कृ.अ.प. अटारी जबलपुर की प्रधान वैज्ञानिक डॉ. शालिनी चक्रवर्ती व जवाहर लाल नेहरु कृषि विश्व विद्यालय जबलपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. संजय वैशम्पायन एवं कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर के अध्यक्ष श्री अनिल अग्रवाल, भाऊसाहब भुस्कुटे स्मृति लोक न्यास गोविंदनगर के सहसचिव, श्री केशव माहेश्वरी, सदस्य, श्री भूपेन्द्र सिंह पटेल, भा.कृ.अ.प. नई दिल्ली के प्रमंडल सदस्य श्री नीतिराज पटेल तथा नर्मदापुरम जिले के अन्य कृषि एवं कृषि सम्बंधित विभाग के अधिकारी व कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डॉ. संजीव कुमार गर्ग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक व सह वैज्ञानिक तथा जिले के प्रगतिशील कृषको की उपस्थिति में संपन्न की गई । सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन किया गया, तत्पश्चात अतिथियों को श्रीफल, पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेट कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
बैठक की शुरुआत मे केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ संजीव कुमार गर्ग ने 2022-23 की छठवी वैज्ञानिक सलाहकार समिति बैठक में आए सुझाव के परिपेक्ष्य में किए गए कार्य का प्रस्तुतीकरण किया । जिसमे ड्रोन प्रदर्शन, जैविक खेती, मृदा परीक्षण, जैविक कीट प्रवंधन, विकसित प्रजातियां, व्यवसायिक फसल के बारे मे प्रगति बताई। इसके साथ ही खरीफ 2024-25 की कार्य योजना डॉ संजीव कुमार गर्ग ने समिति के अध्यक्ष एवं सम्मानीय सदस्यों के समक्ष प्रस्तुत की तत्पश्चात सामूहिक चर्चा एवं सुझाव आमंत्रित किये गये ।
डॉ.दिनकर शर्मा जी द्वारा उद्बोधन देते हुए कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञानिक परामर्शदात्री सलहाकार बैठक मूल रूप से किसानो के लिए ही होती है उन्होंने किसानो की आय कैसे बढ़ाया जाए इस विषय पर प्रकाश डालते हुए आगे कहा कि किसान कृषि में लागत कम करने व आय बढाने के लिए परम्परागत खेती में अत्याधुनिक नवीन तकनिकी का उपयोग करेंगे तो निश्चित ही उनकी आय में वृद्धि होगी, किसानो ने अत्यधिक मात्रा में रासायनिक खाद उपयोग कर मृदा की उत्पादन क्षमता को कम कर दिया जिससे उनकी कृषि लागत में बढोतरी हो गयी है उन्हें अपने खेत की मिट्टी में ऑर्गनिक कार्बन की मात्रा को बढ़ाना होगा एवं रासायनिक खाद एवं दवाइयों का सीमित मात्रा में उपयोग करना होगा। किसान कम लागत वाली टेक्नोलॉजी को अंगीकृत कर अपनी लागत को कम कर सकता है।उन्होंने अंत में कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर द्वारा किए जा रहे कार्यो की भी सरहाना की ।
डॉ. संजय वैशम्पायन जी द्वारा अपने वक्तव्य में कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा पिछली सलाहकार समिति में आए सुझाव के परिपालन में अच्छे परिनाममुलक कार्य किए गए है उन्होंने आगे कहा की कैसे कृषि में केमिकल फर्टिलाइजर उपयोग कम किया जाए एवं ज्यादा से ज्यादा बायो फर्टिलाइजर का उपयोग किसानो द्वारा किया जाए उसके लिए बायो फर्टिलाइजर का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए, उन्होंने आगे कहाँ की नर्मदापुरम की जलवायु को ध्यान में रखते हुए यहाँ किसानो को लगाने हेतु लीची को प्रमोट करना चाहिए।
डॉ. शालिनी चक्रवर्ती द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा संचालित की जा रही बायो कण्ट्रोल में उत्पादित उत्पाद को लाइन डिपार्टमेंट के माध्यम से किसानो तक पहुचाया जाने का सुझाव दिया । उन्होंने नेनो यूरिया के प्रतिशत अनुसार वास्तविक परिणाम ज्ञात करने की की सलाह वैज्ञानिको की दी गई तथा ड्रोन टेक्नोलाजी में महिलाओं की भागीदारी करने की भी सलाह दी गई तथा ड्रोन की लागत को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिको को ड्रोन पर OFT लेने की अनुशंसा की गई साथ ही साथ वन उत्पाद आधारित OFT लेने का सुजाव दिया गया I अंत में कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा कम समय में किए जा रहे कार्यो की सराहाना भी उनके द्वारा की गई।
सहायक संचालक कृषि, श्री जे.एस.कास्दे द्वारा जिले में अरहर की खेती का रकबा बढाने का सुझाव दिया गया ।
भा.कृ.अ.प. नई दिल्ली के प्रमंडल सदस्य , श्री नीतिराज पटेल द्वारा सब्जी उत्पादन में मल्चिंग खेती का प्रयोग करने की सलाह दी गयी ।
भाऊसाहब भुस्कुटे स्मृति लोक न्यास गोविंदनगर के सदस्य श्री भूपेन्द्र सिंह जी पटेल द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन पर प्रयोग करने की सलाह दी गयी ।
जिला विकास प्रबंधक (नाबार्ड) से, श्री दीपक पाटिल ने फसल अवशेष प्रबंधन के लिए हेप्पी सीडर के प्रयोग करने की सलाह दी गयी ।
बैठक में प्रगतिशील कृषक श्री गोपाल कुशवाहा, श्री शरद वर्मा, श्रीमति कंचन वर्मा, श्री हजारीलाल कुशवाहा, श्री रमेश मेहरा एवं जिले के अन्य प्रगतिशील किसान, कृषि विज्ञान केंद्र गोविन्दनगर से वैज्ञानिक श्री ब्रजेश कुमार नामदेव, डॉ देवीदास पटेल, डॉ.आकांक्षा पांडे, श्री लवेश कुमार चौरसिया, श्री राजेन्द्र पटैल, डॉ प्रवीण सोलंकी, श्री पंकज शर्मा, श्री विकास मोहरीर एवं अन्य स्टाफ उपस्थित रहे |
कार्यक्रम के अंत मे आभार प्रदर्शन कृषि विज्ञान केंद्र गोविन्दनगर के वैज्ञानिक श्री ब्रजेश कुमार नामदेव द्वारा क