लगातार तीसरी बार नितिन गङकरी उन्हींकों बुधवार के दिन सौप गयी, सङक परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी

रिपोर्टर-संजय मस्कर
नितिन गडकरी ने बुधवार को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के मंत्री का कार्यभार संभाल लिया। उनके साथ राज्यमंत्री अजय टम्टा और हर्ष मल्होत्रा भी मौजूद रहे। लगातार तीसरी बार नितिन गडकरी को सड़क परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले उन्होंने वर्ष 2014 से 2024 में भी इस मंत्रालय का कार्यभार संभाला था।
गडकरी ने मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद ‘एक्स’ पोस्ट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया। उन्होंने अपने पोस्ट में मोदी 3.0 कैबिनेट में फिर से एक बार सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का कार्यभार सौंपने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। नितिन गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत भारत तेजी से विश्व स्तरीय आधुनिक बुनियादी ढांचे से सुसज्जित होगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को ‘भारत के हाइवे मैन’ के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल में देश में 54,858 किलोमीटर से अधिक राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण में भूमिका निभाई है। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में नागपुर संसदीय क्षेत्र से लगातार तीन बार जीत हासिल की है।
बने नए हाइवे और एक्सप्रेसवे-
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के पिछले कार्यकालों में ही दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले चरण को भी शुरू किया गया था। इसके साथ ही द्वारका एक्सप्रेस वे के पहले चरण, बंगलुरू-मैसूर एक्सप्रेस वे और मुंबई में अटल सेतु को भी शुरू किया जा चुका है। इसके साथ ही कई और हाइवे, एक्सप्रेस वे जैसी परियोजनाओं को नए कार्यकाल में शुरू किया जाएगा।
इव्ही को किया प्रोत्साहित-
नितिन गडकरी के पिछले कार्यकालों में ही प्रदूषण को कम करने के लिए पेट्रोल और डीजल के वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया गया। ईवी को खरीदने के लिए ग्राहकों को सब्सिडी की भी पेशकश की गई। जिसके बाद देश में कई स्टार्टअप शुरू हुए और इसका फायदा पर्यावरण को हुआ।
वैकल्पिक ईंधन को भी बढ़ावा–
पंरपरागत पेट्रोल और डीजल की जगह फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा भी नितिन गडकरी के कार्यकाल के दौरान मिला है। देश में 100 फीसदी ईथेनॉल से चलने वाले वाहनों पर कंपनियों की ओर से रिसर्च की जा रही है। लेकिन अभी भारत में 20 फीसदी ईथेनॉल से चलने वाले वाहनों की बिक्री की जा रही है, जिससे प्रदूषण को कम करने के साथ ही पेट्रोल डीजल की खपत को भी कम करने में मदद मिली है।
वाहनों की सुरक्षा–
नितिन गडकरी के पिछले कार्यकाल में वाहनों की सुरक्षा पर भी काफी काम किया गया है। वाहनों में कंपनियों की ओर से एयरबैग को नहीं दिया जाता था। लेकिन उनके कार्यकाल में ही वाहनों को एयरबैग के साथ ऑफर किया जाने लगा, जिससे सुरक्षा में बढ़ोतरी हुई।