गुना में जल प्रकोष्ठ प्रभारी अधिकारी से नहीं संभाल पा रही है जिम्मेदारी, जनता को नियमित रूप से नहीं मिल रहा है पानी

रिपोर्ट अगम द्विवेदी
दबंग केसरी /गुना / जल प्रकोष्ठ के अधिकारी द्वारा बरती जा रही उदासीनता और लापरवाही के कारण विगत 1 महीने से गुना नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड नं. 17 नत्थूख़ेड़ी के ग्रीस गेहलोत, संजय कश्यप, जगतप्रताप वघेल, इमरान खांन, संजय परिहार, मोनू चौरासिया, आनंद व्यास, कमल शर्मा, कुशल किरार, चामलीकर के निवास की एक गली में जल प्रदाय व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ी हुई है। मुश्किल से दस पन्द्रह मिनट सप्लाई आ पाती है वह भी किसी किसी घरों में ।
जल प्रदाय की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए गली में कैंत के पेड़ के पास लगा इकलोता ट्यूबवेल भी सालों से बंद पड़ा है । गर्मी में जब पानी की खपत अधिक है ऐसे समय में पीने के लिए पानी भी सही से उपलब्ध नही हो पा रहा है ।
आपको बता दें कि जब कभी आम जनता द्वारा प्रभारी अधिकारी को फोन लगाया जाता है तो वह एक दो दिन में समास्या का समाधान होने का आश्वासन देते हुए पानी का टेंकर भेज देते है । रात 12-1 वजे तक जागकर टेंकर का इंतजार करना होता है । अधिकारी जनता की समस्याओं का स्थाई समाधान नहीं कर पा रहे है ।
पानी की परेशानी के चलते आमजन अपनी भडास पार्षदों पर उतारती है गली के रहवासियों सहित पार्षद भी काफी परेशान है।परेशान जनता आर्दश आचारसंहिता लागू होने चलते उग्र आंदोलन भी नही कर पा रही थी । मगर अब चुनाव निर्भिन संपन्न हो जाने के चलते जनता अपना मुख जल प्रकोष्ठ कार्यालय और जनप्रतिनिधियों के निवास या कलेक्ट्रेट की ओर मोडने के लिए विवश है ।
गुरुबार को इसी कडी में नत्थूखेड़ी वासियों ने मटके लेकर जल प्रकोष्ठ अधिकारी कार्यालय के बाहर प्रर्दशन करना मजबूरी समझी ।
प्रदर्शन करने आये रहबासियों ने बताया कि अभीतक व्यवस्था बहुत सुचारू रूप से चल रही थी मगर एक माह पूर्व जल प्रकोष्ठ द्वारा मेन लाईन से कट मारकर सप्लाई अन्य जगह जोड़ देने से ऊपर के हिस्से के नल पूरी तरह वैठ गये ।
नत्थूख़ेड़ी वासियों का जल प्रकोष्ठ के अधिकारी ढिमरी जी से निवेदन है कि यदि उनका जनता की समस्या का समाधान करने का मन नहीं है तो या तो वे अपना ट्रांसफर करा लें या प्रभार वदल लें। जिससे आने वाला अधिकारी व्यावस्थाओं को सुचारू ढंग से चला सके ।वार्डवासियों का कहना है कि पूर्व में इससे भी कम वर्षा हुई थी गर्मी भी तेज थी मगर पूर्व अधिकारी की व्यावस्थाओं के चलते इस तरह परेशानी का सामना नही करना पड़ा था ।