रोजगार का अच्छा साधन तेंदुपत्ता संग्रहण बीजापुर

रिपोर्टर – सन्नू हेमला
*2,65,000 लेकर रफू चक्कर हुआ ठेकेदार*
वनों की गोद उपज में तेंदूपत्ता का विशिष्ट स्थान है हर वर्ष छत्तीसगढ़ सरकार यहां के आदिवासियों को तेंदूपत्ता संग्रहण के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराती है तेंदूपत्ता संग्रहण लोगों के जीवन यापन का अच्छा साधन बनता जा रहा है यही कारण है कि तेंदूपत्ता को हरा सोना कहा जाता है प्रदेश में राज्य लघु वन उपज संघ एवं प्राथमिक वन उपज सहकारी समितियां से तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य किया जाता है करकेली समिति में कुल 19 फड़-लगाए गए करकेली समिति A का ठेकेदार कोकरेला संपतराव एवं समिति B ठेकेदार माधवी….. है करकेली समिति में आठ बड़े कलाम एवं 11 छोटे कलाम स्थापित किए गए जिसका जमीन टैक्स सफाई उल्टाई पलटाई मजदूरी भुगतान राज्य शासन द्वारा तय किया जाता है जिसे ठेकेदार द्वारा पूर्ति की जाती है किंतु वर्ष 2024 में ठेकेदार द्वारा 19 फड़ मजदूर एवं जमीन कलाम टैक्स अल्ताई पलटाई का भुगतान मजदूरों को नहीं किया गया करकेली के फड मुंशीयों द्वारा शिकायत प्राप्त हुआ है कि ठेकेदार 19 फड़ का छोटा बड़ा कलम सफाई एवं जमीन टैक्स करीब 1,291,50 ग्रामीण मजदूरों को देना बाकी है एवं बड़ा छोटा जमीन टैक्स करीब 1,35,950 बाकी है कलम सफाई एवं जमीन टैक्स total 2,65,100 ₹ मजदूरों का चोरी कर तेंदूपत्ता ठेकेदार रफू चक्कर हो गया जिसकी शिकायत मुंशीयों द्वारा जिला कलेक्टर एवं वन मंडल अधिकारी बीजापुर को करने जा रहे हैं फड़ मुंशीयों द्वारा बताया गया कि ठेकेदारों द्वारा हर वर्ष ऐसा ही किया जाता है हर बार ग्रामीणों को बहला फुसलाकर पैसा कटौती कर ठेकेदार भाग जाते हैं यह वाक्य तेंदूपत्ता प्रबंधक को भी ज्ञात होता है किंतु प्रबंधक इसकी शिकायत कभी उच्च अधिकारियों से नहीं करते कारण वह भी कमीशन के जाल में फंसा होता है