श्री विष्णु महायज्ञ प्रतिदिन हो रहे धार्मिक आयोजन

रिपोर्ट विपिन जैन
बड़वाह – मां रेवा के तट पर सुंदर धाम आश्रम में सप्त दिवसीय श्री विष्णु महायज्ञ में प्रतिदिन आयोजित हो रहे धार्मिक आयोजन से धर्म आध्यात्म की बयार श्रद्धालुओ को गर्मी की तपिश में भी शीतलता प्रदान कर रही हे। बुधवार को आश्रम में चल रही राम कथा में पंडित श्याम जी मनावत ने अपनी ओजस्वी वाणी में आज राजा मनु और शतरूपा से सृष्टि की रचना की कथा सुनाते हुए कहा की राजा मनु भी मन में भक्ति के लिए गोमती किनारे गए और उन्होंने भक्ति की। व्यासपीठ से पंडित मनावात जी ने भक्ति को लेकर कहा की भगवान और भक्त का मिलना सरल हे। किंतु जीवन में भक्ति के प्रति आसक्ति पैदा होना बहुत कठिन है। उन्होंने कहा की राक्षस प्रवृति के हिरण्याकश्यप को उसके घर में ही भगवान और भक्त दोनो मिले पर वो फिर भक्ति नही कर पाया। रावण को भी भक्त के रूप में विभीषण और शत्रु के रूप में भगवान राम मिले फिर भी उसके हृदय में भक्ति की अलख नही जागी। इसलिए जीवन में सच्चे मन से श्रद्धा के साथ भक्ति करना बहुत दुर्लभ हे।
अखंड भंडारे में दिन रात हो रही हे सेवा —-
आश्रम में चल रहे अखंड भंडारे में भोजन शाला में प्रतिदिन लगभग 200 भक्त भोजन बनाने एवम वितरण कराने की सेवा कार्य में जुटे हे। जिसमे सुबह शाम लगभग 10 से 12000 लोग प्रसादी ग्रहण कर रहे हे।
सांसद ने भी आश्रम पहुँचकर किए दर्शन —-
क्षेत्र में हो रहे धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने के लिए बुधवार दोपहर 2:30 बजे सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल सुंदर धाम आश्रम पहुंचे। यहां उन्होंने ब्रह्मलीन सुंदरदास जी महाराज की प्रतिमा, सिद्ध हनुमान जी एवं यज्ञ नारायण भगवान के दर्शन के पश्चात गादीपति संत श्री 1008 महामंडलेश्वर बालकदास जी महाराज एवं सुंदर धाम आश्रम के व्यवस्थापक श्रीश्री 108 नारायणदास जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।