स्वच्छता अभियान की अनदेखी, कागजो और बैठकों तक सीमित अभियान पांढुरना की जनता कब तक होगी रहेगी गंदगी और मच्छरों से परेशान

रिपोर्ट_ सुरेश तनवानी_
*पांढुर्णा* :- मध्यप्रदेश शासन भोपाल द्वारा शासकीय पत्र क्रमांक 1245/2024 भोपाल द्वारा 31 मार्च को न पा पांढुरना में भेज कर निर्देश जारी करते हुए, जल स्त्रोतों तथा नदि,तालाब, कुआ ,बावड़ी जैसे जल स्त्रोतों के संरक्षण एवः पुर्नजीवन को लेकर 5 जून से 16 जून 2024 तक विशेष अभियान का संचालन किया जाना है। प्रदेश शासन का आदेश तलब होने पर पांढुरना नपा जागरूक होकर पांढुरना निकाय द्वारा निम्नलिखित गतिविधियां बनाकर जनप्रतिनिधि एवम नगर की जनता के सहयोग से दि. 06 जून दुपहर 12 बजे न. पा. द्वारा जल सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन, 08 जून सुबह 7-9 बजे तक नगर के राधा कृष्ण मंदिर के सामने दो घण्टे का सफाई अभियान, 09 जून सुबह 9-10 बजे तक नगर के पंढरीनाथ मंदिर से केकतपुरे राम मंदिर तक कलश यात्रा का आयोजन के साथ 10 से 16 जून तक नगरीय क्षेत्र के समस्त कुओं एवः जल सरंचनाओ में विशेष अभियान के तहत साफ सफाई तथा नगरीय क्षेत्र के नदी नालों की साफ सफाई की योजना बनाई थी। परन्तु नगर पालिका के सुस्त कार्य प्रणाली के चलते केवल राज्य शाषन के निर्देश की खुले आम नगर पालिका द्वारा अवहेलना की जा रही है, राज्य शाषन द्वारा सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में गंगा संवर्धन के तहत नगर में जल संवर्धन के साथ सफाई अभियान जोरो शोरो से की जा रही है, परन्तु पांढुरना नगर पालिका द्वारा आदेश की खुलेआम अवहेलना की जा रही है, निर्देश के आधार पर केवल नगर पालिका द्वारा दो तीन दिन केवल दिखावे तक सफाई अभियान और शोभा यात्रा का आयोजन किया इन दोनों आयोजन में केवल नगर पालिका के कर्मचारियों के साथ कर्मचारी ही अधिक मात्रा में दिखाई दिए, जब कि नगर पालिका द्वारा नगर की जनता, समाजसेवी, जनप्रतिनियो को सम्मिलत कर जनजागृति कर सभी को साथ मे लेकर योजना का क्रियान्वयन करवाना था, परन्तु नगर पालिका द्वारा कीये जा रहे जल सवंर्धन योजना में ना जनता को जोड़ा जा रहा है ना ही समाजसेवी संगठन को यही नही तो जनता जनार्धन द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि भी इस जल सवंर्धन अभियान में दिखाई नही दे रहे है।
स्वच्छता अभियान को लेकर नगर पालिका का रवैया सुस्त:-
पांढुरना नगर में भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे, स्वच्छता अभियान को लेकर पांढुरना न पा जिम्मेदार नजर नही आ रही, पांढुरना न.पा. केवल स्वच्छता सर्वेक्षण के समय ही एक्टिव होकर नगर में सफाई अभियान के नाम पर लीपा-पोती करती नजर आ जाती है, जिसके दूसरे तीसरे तीन भोपाल की सर्वेक्षण टीम आकर पांढुरना चिन्हित स्थान का सर्वे करने के उपरांत नपा की आवा-भगत उपरांत भोपाल रवाना हो जाती है, उसके बाद नगर के वार्डो की सफाई भगवान भरोसे हो जाती है। * ** *नगर की नदियों में बज-बजा रही गंदगी, कब होगी अभियान की शुरवात:-*
पांढुर्णा नगर जिला मुख्यालय बनने के बाद भी नगर की सफाई भगवान भरोसे पर आधरित होकर रह गयी है, पांढुर्ना नगर के बीचोंबीच दो मुख्य नदिया चंद्रभागा एवः जाम नदी प्रवाहित होती है, नगर के बीचोंबीच बहने वाली नदियों के मुहाने पर नगर के लगभग 15 वार्ड की जनता निवास करती है, देश मे स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत जिला, नगर, ग्राम हेतु लाखो रुपये शासन से प्रदान तो किये जाते है, परन्तु स्थानीय स्तर पर स्वच्छता के नाम पर अधिकारि कर्मचारी केवल खानापूर्ति तक अभियान कागजो तक समित रखते है, इसका सीधा उदहारण पांढुरना नगर में दिखाई दे रहा है, जहा प्रदेश शाषन के आदेश पर 5 जून से 16 जून तक विशेष अभियान चलाकर नगर के नदी, घाटो, कुओं में जल सवंर्धन को लेकर विशेष अभियान चलाया जाना था, परन्तु नगर पालिका ने एक दो दिन अभियान केवल दिखावे तक चलाकर समाचार पत्रों में वाह वाही लुटकर अभियान को अंकुश लगा दिया, जब कि नगर के नदियों में आज भी गंदगी बड़े पैमाने पर बजबजा रही है, अभियान के तहत अब केवल दो दिन शेष है, जनता की माने तो अभियान के सात दोनों में नगर पालिका नगर की नदियों की सफाई नही कर पाई, तो दो दिनो में किंस प्रकार गंदगी के मुक्त करेगी नगर पालिका, जब कि न.पा. द्वारा सम्पूर्ण वार्ड वासियों के निस्तार का गंदा प्रदूषित पानी, नालियों के माध्यम से नदियों में प्रवाहित किया जा रहा है, ऊपर से इन नदियों में सालों साल गंदगी बज-बजा रही है, जिसके चलते वार्ड वासियों को बदबू और मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे बचने के लिए वार्ड वासी दिन-रात अपने घरों की खिड़की और दरवाजे बंद रखने पर मजबूर है। वही न.पा. द्वारा जनता की मूलभूत सुविधा के नाम पर जनप्रतिनियो द्वारा ना तो नदियों की सफाई करवाई जा रही है, ओर ना ही जीव जंतु एवः मच्छरों के रोकथाम हेतु ना दवाइयों का छिड़काव करती है और ना ही फॉगिंग मशीन का उपयोग, जिसके लिए जनता को केवल बरसात शुरू होने का इंतजार है, जिससे साल में एक बार बरसाद की बाढ़ के पानी से गंदगी बहकर निकल जाए। *अभियान समाप्त होने मे दो दिन शेष, पर नही हैं सफाई पर ध्यान*
लगातार समाचार पत्रों में नगर की गंदगी प्रकाशित होने पर भी नही जागा न.पा. प्रशासन:- जहा एक ओर शाषन प्रशासन द्वारा स्वच्छता अभियान को लेकर जागरूकता अभियान चलाकर वाल पेंटिग, नगर मुनादी, जागरूकता रैली, चित्रकला अभियान चला कर जनता को जागरूक करने का दिखावा दिखाया जा रहा है, वही स्थानीय पत्रकारों द्वारा स्थानीय गंदगी को लेकर प्रतिदिन खबरे प्रकाशित कर अधिकारियों को आईना दिखाया जा रहा है, उसके बाद भी कुछ अधिकारी और जनप्रतिनिधि समाचार पर ध्यान आकर्षित करने के स्थान पर यह कहते जरूर नजर आ जाते है, की खबर छपने से क्या होता, परन्तु जिस जनता के बल-बूते सरकार और जनप्रतिनिधि बनाये जाते है, वही जनता गंदगी और बदबू में जीवन यापन करने पर मजबूर हो जाती है, जब कि जनता की मांग पर पांढुर्ना जिला मुख्यालय बनने के बाद भी नगर की सफाई पर नपा ध्यान न देने के चलते जनता अब जिला कलेक्टर से आस लगाए है, की हमारा शहर कब गंदगी से मुक्त होगा-?