कलेक्टर द्वारा विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का किया गया निरीक्षण ओएसटी सेंटर पहुंचने वाले मरीजों को दवाई के साथ-साथ मिले काउंसलिंग -कलेक्टर -डॉक्टर एवं स्टाफ की नियमित उपस्थिति, अस्पताल की नियमित साफ-सफाई और बेहतर प्रबंधन व्यवस्था पर दिया जोर एलनिर्माणाधीन भवन के निर्माण कार्य में ले-आउट व तय मापदंड का रखा जाये विशेष ध्यान

रिपोर्ट: कृष्णा कुमार
*सूरजपुर/14 जून 2024/* कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने आज विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने सूरजपुर एसडीएम श्री जगन्नाथ वर्मा, डीपीएम डॉ. प्रिंस जायसवाल, बीएमओ डॉ. प्रशांत सिंह व अन्य अधिकारियों के उपस्थिति में स्वास्थ्य केंद्र के प्रत्येक सेक्शन का निरीक्षण किया। निरीक्षण दौरान कलेक्टर ओएसटी सेंटर भी पहुंचे, जहां नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए आने वाले रोगियों के संबंध में उन्होंने जानकारी ली। ओएसटी सेंटर पहुंचने वाले मरीजों को दवाई के साथ-साथ बेहतर से बेहतर काउन्सलिंग मिले इसके लिए उनके द्वारा उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। इस अवसर पर उनके द्वारा सूरजपुर एसडीएम को नशीली दवाई या पदार्थ मिलने वाले स्थान को चिन्हित कर संबंधित टीम के साथ कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए ताकि बिना डॉक्टर के पर्ची के नशीली दवाईयों का कारोबार करने वाले दुकानदारों पर नकेल कसी जा सकें। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने डॉक्टर एवं स्टाफ की नियमित उपस्थिति, अस्पताल की नियमित साफ-सफाई और बेहतर प्रबंधन व्यवस्था के लिए उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उनके द्वारा दवाई काउंटर पर मरीजों से डॉक्टर द्वारा पर्ची में लिखी गई दवाई की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली गई। इसके साथ ही उपस्थित संबंधित अधिकारी को दवाई स्टॉक में कोई कमी न आए इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचालित एनआरसी कक्ष का निरीक्षण भी उनके द्वारा किया गया, जहां उन्होंने एनआरसी द्वारा संपादित की जाने वाली एक्टिविटी का समय सारणी के अनुसार पालन किया जा रहा है कि नहीं इसकी जानकारी ली। एनआरसी में बच्चों को पौष्टिक आहार मिले, इसके साथ ही बच्चों को स्वच्छता से संबंधित प्रारंभिक व्यवहारिक ज्ञान मिले इसके लिए उपस्थित संबंधित अधिकारी को जोर देने की बात कही।
कलेक्टर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर के अंदर निर्माणाधीन अधोसंरचना का निरीक्षण उनके द्वारा किया गया। जहां उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्माणाधीन भवन की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी को अनदेखा नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बीएमओ को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य में उनके सतत निगरानी रखी जाए, इसके साथ ही विशेष ध्यान रखा जाए की निर्माण कार्य लेआउट व तय मापदण्ड के अनुरूप हो ।