पी.एम. श्री योजना के अंतर्गत क्षमता संवर्धन कार्यशाला व प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन

रिपोर्ट: लोकेश मालविया
*पिपरिया/नर्मदापुरम।* पीएम श्री शासकीय एकीकृत हाईस्कूल हथवास में शुक्रवार को पीएम श्री योजना के अंतर्गत शाला स्तरीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। शुभारंभ में प्राचार्य एस.के. श्रीवास्तव व समस्त स्टाफ शिक्षको ने विद्या की देवी माता सरस्वती का पूजन किया ।प्रशिक्षण में स्कूल प्राचार्य एस.के. श्रीवास्तव ने पीएम श्री चयनित स्कूलों को किस तरह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर शिक्षा क्षेत्र में औऱ अधिक मजबूत बनाने की कार्ययोजना तैयार की गई है साथही स्कूल प्रशासन के इसको लेकर क्या दायित्व होंगे विषयों पर शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया। गौरतलब है कि पीएम श्री योजना के तहत करीब 14,500 से अधिक स्कूलों को पाँच वर्ष में आदर्श स्कूल बनाने की कार्य योजना तैयार की गई है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पी.एम.श्री योजना को लेकर क़रीब 27,360 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है । योजना के तहत 21वीं सदी के प्रमुख कौशल से विद्यार्थियों का समग्र औऱ सर्वागीण विकास व निर्माण किया जाना तय होगा। इस योजना का सारा खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी जबकि राज्य सरकार को इस योजना को लागू करने और जमीनी स्तर पर निगरानी की जिम्मेदारी मिलेगी। भारत में लगभग 14,500 पुराने स्कूलों को इस योजना से अपग्रेड किया जाएगा । इन पुराने स्कूलों को अपग्रेड करते समय स्मार्ट कक्षाओं, खेल और आधुनिक सुंदर ढांचे पर विशेष जोर दिया जाएगा। पीएम श्री चयनित सभी स्कूलों को केंद्रीय विद्यालयों की तरह बनाया जाएगा । पहले चरण के लिए 18,128 करोड़ रुपए डीबीटी के माध्यम से सीधे स्कूलों में भेजा जाएगा। इसमे स्कूल समितियां और प्रधानाध्यापक तय करेंगे की कैसे 40% राशि को खर्च करना है। इसमे पर्यावरणीय सामग्री का उपयोग करते हुए स्कूलों को हरित बनाया जाएगा । योजना के तहत क्लास के शिक्षकों को अनुभावनात्मक शिक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा साथ में उन्हें विभिन्न उपकरणों से परिचित भी कराया जाएगा जिससे वह अपने शिक्षा प्रणाली में सुधार ला सके ।
इन उपकरणों में रवर हैडसेट, बहुभाषी पेन ट्रांसलेटर ,आभासी कक्षाओं के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग लैब ,खिलौने का उपयोग करने वाले शैक्षणिक उपकरण और नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए पाठ को ऑडियो में बदलने की क्षमता भी मौजूद है।
इन स्कूलों में रोजगार क्षमता बढ़ाने और बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए भी सेक्टर सेक्टर कौशल परिषद के साथ संबंध भी रखा जाएगा। 18 वर्ष की आयु तक के सभी बच्चों को बुनियादी स्तर से लेकर कक्षा 12वीं तक समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए उपयुक्त सुविधा प्रणालियाँ स्थापित की जाएगी । माना जा रहा है कि पीएम श्री योजना सीएम राइज़ प्रॉजेक्ट की ही तरह प्रभावी तो होगी लेकिन पीएम श्री योजना को शिक्षा के क्षेत्र में कहीं अधिक विस्तृत ओर व्यापक तौर पर धरातल पर उतारने की केंद्र सरकार की योजना है।