सिंहस्थ के लिए 20 हजार करोड़ से उज्जैन व अन्य शहरों में होंगे विकास कार्य : सीएम* दो दिवसीय शिप्रा तीर्थ परिक्रमा के समापन अवसर पर सीएम डॉ. यादव ने रामघाट पर मां शिप्रा को अर्पण की चुनरी
रिपोर्टर मोहम्मद अय्य्यूब
*इंदौर/उज्जैन. सिंहस्थ को लेकर उज्जैन के साथ आसपास के शहर व अन्य जिलों के धार्मिक स्थलों का भी विकास होगा। मुयमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसके लिए 20 हजार करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्य मंजूर किए हैं। डॉ. यादव ने कहा, हमारी सरकार में देवता नहीं मुस्कुराएंगे तो हमारा जीना बेकार है। भगवान के आशीर्वाद से ही सरकार बनी है ।*
गंगा दशहरा पर्व पर रविवार को दो दिवसीय शिप्रा तीर्थ परिक्रमा का रामघाट पर समापन हुआ। यहां मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मां शिप्रा का पूजन अभिषेक कर चुनरी अपिर्त की। कार्यक्रम में उन्होंने बताया, सिंहस्थ के माध्यम से सरकार ने देव स्थान की चिंता केरने का कार्य किया है। खंडवा, खरगोन, नीमच, रतलाम, मंदसौर, शाजापुर व अन्य जिलो के लिए 20 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य मंजूर किये हैं। कार्यक्रम में यात्रा संयोजक महन्त रामेश्वरदास महाराज, सांसद अनिल फिरोजिया, राज्यसभा सदस्य बालयोगी उमेशनाथ महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, सतीश मालवीय, महापौर मुकेश टटवाल, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सभापति कलावती यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष कमला कुंवर, बहादुर सिंह बोरमुंडला, विवेक जोशी, मां शिप्रा तीर्थ परिश् मा के अध्यक्ष नरेश शर्मा, संभागायुक्त संजय गुप्ता, आइजी संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा, महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ निदेशक श्रीराम तिवारी मौजूद थे।
*तीन पुस्तक व ऑडियो-वीडियो सीडी का विमोचन*
मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश में पहली बार सैटेलाइट मैपिंग के साथ उज्जैन की नदियों के वैज्ञानिक विश्लेषण पर आधारित ग्रंथ ‘शिप्रा अमरता का आह्वान’ लेखक निदेशक महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ श्रीराम तिवारी, शिप्रा अमृतसम्भवा, सदानीरा (जल का उत्सव) पुस्तकों एवं हैदराबाद के श्भरत चौधरी की सदानीरा-अंबुनी ऑडियो वीडियो सीडी का विमोचन किया।
*जमीन बेच बनवाया घाट, सम्मान हुआ*
कार्यक्रम में जल स्रोत संरक्षण व मानव सेवा केलिए कार्य करने वालों को मुख्यमंत्री ले सम्मान किया। नारदीय कीर्तन व श्री हरिकथा के माध्यम से श्रीनाथ परम्परा के प्रचार-प्रसार के प्रयासों के लिए संत श्री बालकृष्ण वासुदेव नाथ ढोली बुवा महाराज का सम्मान किया गया। इसी तरह ग्राम निनौरा की सीताबाई, जिन्होंने जल को संरक्षित करने के उद्देश्य से अपनी पांच बीघा भूमि बेचकर तीन करोड़ रुपए से जनसुविधा के लिए नदी किनारे घाट निर्माण कार्य किया उन्हें भी सम्मानित किया गया। इसी तरह शिप्रा मैया व मानव सेवा करने के लिए दीपक कहार को भी सम्मानित किया गया।
*5.50 करोड़ पौधे लगाएंगे*
जल स्रोतों के संरक्षण की तरह प्रदेश में पौधरोपण का भी अभियान चलेगा। मुख्यमंत्री ने बताया हरियाली तीज तक प्रदेश में 5 करोड़ 50 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इंदौर में ही 51 लाख से अधिक पौधरोपण करने के लक्ष्य निर्धारित किया है।
*इंदौर को पानी शुद्ध कर भेजेगा*
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कान्ह डायर्वशन क्लोज डक्ट योजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा, आज मैं इंदौर में एक कार्यक्रम में था। वहां इंदौरवासियों ने भी कहा है कि अब वे पानी शुद्ध कर ही कान्ह में भेजेंगे। मुख्यमंत्री ने इसके लिए इंदौरवासियों का आभार माना।
*प्रदेश में 827 बावड़ी और 1200 से ज्यादा तालाब साफ किए*
मुख्यमंत्री ने बताया, जल गंगा संवर्धन अभियान में अनुकरणी कार्य हुए हैं। प्रदेश में 827 बावड़ी और 1200 से ज्यादा तालाबों की सफाई कार्य किया गया है। उज्जैन में 28 करोड़ रुपए की लागत से 2700 जल संरचनाओं का निर्माण व जीर्णोद्धार किया गया है। प्रदेश में 212 निदयों का संरक्षण करने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने कहा, यह अभियान का समापन नहीं, नई शुरुआत है।
*तालाब की मिट्टी के लिए नहीं लगेगी रॉयल्टी-* तालाबों के गहरीकरण में निकलने वाली उपजाऊ मिट्टी किसानों को निःशुल्क दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, किसान गहरीकरण में निकलने वाली मिट्टी खेत में डालने के लिए ले जा सकते हैं। इसके लिए रॉयल्टी लेने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने आगे भी तालाबों के गहरीकरण कार्य जारी रखने की बात कही।