आबादी क्षेत्र से बाहर हो शराब की दुकान समाज के विरोध के बाद भी दुकान मध्य प्रदेश में आबादी क्षेत्र में है
संवादाता मोहम्मद शरीफ कुरैशी कुरैश कॉन्फ्रेंस के जिला अध्यक्ष ने एक प्रेस नोट में कहीं
समाज,परिवार और सरकार के लिए गंभीर चिंता..!!
युवा पीढ़ियों व मासूम बच्चों व महिलाओं को नशे की दुनिया में धकेलने वालों के आगे हमारी कानून व्यवस्था नतमस्तक..!!
सब जानते हैं कि नशा एक अभिशाप है लेकिन उसके बावजूद भी नशे का प्रचलन रुकने का नाम नहीं ले रहा है यहां तक की फिल्मों में नशे के दृश्य खुलेआम दिखाई जाते हैं बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में विज्ञापन दिखाने का प्रचलन चला हुआ है समाज के लिए नशा बड़ा घातक है और इसके रोकथाम के लिए जब तक समाज परिवार व सरकार आगे नहीं आएगा यह भी बदस्तूर चलता रहेगा और मासूम बच्चों को अपनी गिरफ्त में लेकर नशे का आदि बनाता रहेगा!इस नशे से नशे करने वाले का ही नहीं उसके परिवार का भी जीवन बर्बाद होता है!नशे की लत ने इंसान को उस स्तर पर लाकर खड़ा कर दिया है कि व्यक्ति मादक पदार्थों के सेवन के लिए किसी भी हद तक जा सकता है और जुर्म करने से भी परहेज नहीं करता!एक यह तथ्य भी हैरान करने वाला है कि नशे के मामले में महिलाएं भी पीछे नहीं हैं! महिलाओं द्वारा भी इस तरह के मादक पदार्थों का सेवन काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है!व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में तनाव प्रेम संबंध दांपत्य जीवन व तलाक आदि कारण महिलाओं में नशे की बढ़ती लत के लिए जिम्मेदार हैं! बच्चों और युवाओं में वैकल्पिक नशे की लत जिस तेजी से फैलती जा रही है वह समाज और सरकार के लिए गंभीर चिंता का विषय होना चाहिए! लेकिन देखने में ये आ रहा है कि काली कमाई करके नौजवान पीढ़ी को नशे की दुनिया में धकेलने वालों के आगे हमारी कानून-व्यवस्था नतमस्तक है! वैकल्पिक नशे की जद में सबसे ज्यादा स्कूली बच्चे आ रहे हैं!वैकल्पिक नशे के खिलाफ सरकार और समाज दोनों को व्यापक अभियान चलाने की जरूरत है! साथ ही इस तरह के नशे का सामान मुहैया कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी हो! तभी हम अपनी भावी पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचा पाएंगे।