स्वच्छता अभियान पर लाखों का नतीजा सिफर
रिपोर्टर मोहम्मद आसीफ लंघा
आमला नगर में स्वच्छता अभियान के नाम पर लाखों रुपए प्रतिवर्ष खर्च किया जा रहे है। लेकिन थोड़ी सी बारिश से इस स्वच्छता की पोल खुल रही है। केवल विज्ञापन एवं कागजों में खर्च कर स्वच्छता के नाम का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। नगर में नाली की साफ सफाई व कीटनाशक का छिड़काव भी खानापूर्ति भर की जा रही है, इसमें लाखों रुपए खर्च कर रही है। लेकिन सुधार नहीं देखने को मिल रहा है, जगह-जगह नाली की सफाई नहीं होती है,कचरे का व्यवस्थित निस्तारक नहीं हो पा रहा है। नगर के चारों ओर कचरा खुले में फेंका जा रहा है। जिससे जहां कचरा एकत्रित हो रहा है वहां पर रहने वाले बासिंदे को गंदगी और मच्छरों के प्रकोप से निजात नहीं मिल पा रही है। स्वच्छता के नाम पर भारी भ्रष्टाचार प्रशासनिक मशीनरी कर रही है।अधिकारियों की मिलीभगत से इसको पलीता लग रहा है। कागजों में रैंकिंग बढ़ाने का अभियान स्वच्छता अभियान चलाकर मोटा खर्च कमीशन खोरी की जा रही है। स्वच्छता अभियान में नगर के प्रतिष्ठित डॉक्टर को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है वह केवल फोटो खिंचवाकर खानापूर्ति तक सीमित है। एक पूर्व नगर पालिका अधिकारी के मित्र होने के कारण उन्हें दोबारा भी एंबेसडर बनाया गया है जो कि शहर के लिए घातक साबित हो रहा है।
इनका क्या कहना
नगर पालिका सिर्फ दावा करती है पर नगर मैं कचरा जैसे कि वैसे पडा मिलता है। स्वच्छता अभियान एक मजाक बन गया है।
*भानु शर्मा*
*आम नागरिक आमला*
वार्डों में गंदगी फैली पड़ी है। लाखों रुपए आते हैं उसका दूरी उपयोग हो रहा है।
*दुर्गा प्रसाद जोंजरे*
*स्वतंत्र पत्रकार आमला*
वार्डों में सफाई अभियान अच्छे से होना चाहिए, आगामी बारिश को देखते हुए नालियों की सफाई करवाना चाहिए,और स्वच्छता अभियान को अच्छे ढंग से पूर्ण करना चाहिए, जिससे वार्डो और शहर में गंदगी ना रहे।
*संजय साहू*
*व्यापारी संघ अध्यक्ष आमला*
वार्डों में सफाई अभियान चालू है
*उल्लास जोशी*
*स्वच्छता अभियान प्रभारी*
मैं अभी बाहर हूं प्रभारी से बात करें
*वीरेंद्र तिवारी*
*सीएमओ नगर पालिका आमला*