राजगढ़ में 20 से अधिक स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं
रिपोर्ट अखिलेश सक्सेना
राजगढ़ ब्यावरा एमपी जिले में बड़ी मैडम बना कहा जाए जहां शहरी क्षेत्र में स्कूल में अतिशेष यानी की आवश्यकता से अधिक शिक्षकों की भरमार है वहीं जिले के ग्रामीण अंचलों में विभिन्न ब्लॉक में लगभग दो दर्जन साल है जहां बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की व्यवस्था विभाग नहीं कर पाया चक्र विहीन शालाओं में पढ़ाई जारी रखने के लिए जन शिक्षक द्वारा अपने स्थल से व्यवस्था बनाई जाती है अतिशेष वाली शालाओं में पदस्थ शिक्षकों को स्थाई रूप से शिक्षक विभिन्न शाला में भेजने के बारे में विभाग गंभीर नहीं है स्थाई शिक्षकों को ग्रामीण विद्यालय हैं शालाओं में भेजना की बात आती है तो विभाग के आला अधिकारी अतिथि शिक्षकों से यहां अस्थाई व्यवस्था करवा देते हैं इस साल में अतिथि शिक्षकों से ही शिक्षा विभिन्न शालाओं में पहुंच जाने की भीम विभाग द्वारा प्रचलित है सर्वाधिक आवश्यकता राजगढ़ ब्लाक में है 24 में से अकेले राजगढ़ ब्लाक में 15 स्कूल शिक्षक विहीन है राजगढ़ की कन्या स्कूल एवं प्राथमिक स्कूल मैं शिक्षकों की भरमार है ग्रामीण क्षेत्र मैं जाने से बचाने के लिए शिक्षकों ने विभागीय अधिकारी कर्मचारी से मिलकर अपने शहरी शाला में पद स्थापना करवा रखा है
इनका कहना है संकुल प्राचार्य को बोलकर स्थान स्तर पर ज्यादा संख्या वाले स्कूलों से शिक्षक विभिन्न स्कूलों में भेजने के निर्देश दिए हैं अतिशेष वाला मामला भोपाल स्तर से निराकरण हो पाएगा वैसे अतिथि शिक्षकों को रखने की प्रक्रिया भी चल रही है,, देवेंद्र रघुवंशी जिला शिक्षा अधिकारी राजगढ़