पंच देवनारायण साहू के द्वारा ग्राम अकलवारा में अतिक्रमण रोक हेतु छुरा की तहसीलदार पहुंचे,,

रिपोर्टर, दिलीप नेताम
पंच के मुंह से परमेश्वर बोलते हैं यह शाश्वत कथन अभी से नहीं सदियों से पौराणिक कथा का पौराणिक कथन है,, ग्राम की समस्या पंच और सरपंच मिलकर ही हल करते हैं,, गांव की विकास के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं, परंतु रक्षक ही भक्षक बन जाए तो क्या करें,, वैसे ही ग्राम अकलवारा के पंच देवनारायण साहू के द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है,, आंगनबाड़ी जहां बनाना था रोड किनारे,, वहा पर अपनी मनमानी कर अपने मकान बनाने के चक्कर मे सामने जगह को बढ़ा कर रेत गिट्टी गिराकर कर कब्ज़ा किया है इससे आंगनबाड़ी बनाने मे दिक्कते आ रही है,, ग्रामीणों के द्वारा यह कथन है कि देवशरण साहू जगह-जगह घर बनाकर भेजो कब्जा करता है मैं पांच मेरा क्या कौन कर पाएगा, ना ही सरपंच का डर है और ना हीं कानून का डर है सरपंचऔर अन्य पंच ग्रामीण जन सभी ने हिदायत दिए की आंगनबाड़ी सभी के लिए हैं अच्छा कार्य है हमारे ही बच्चे यहां आ कर पढ़ते है, परन्तु महिला सरपंच दुर्गा ध्रुव समझा समझा कर थक गईं,, इसलिए मजबूर हो कर पंच और ग्रामीण जन मिलकर छुरा के तहसीलदार के पास शिकायत किए,, इस शिकायत पर जन कल्याण हेतु गांव के समक्ष उपस्थित हो कर देवनारायण साहू को समझाया गया की आपके पास जो जमीन को अतिक्रमण किए हो उसका आपके हक का कोई भी कागजात या लिखित है की ये आपकी जमीन है तो उसे तहसील कार्यालय मे पेश कीजिए अगर नही है तो, ये अतिक्रमण को रोक दीजिए,, इस पर तहसीलदार के कथन और आदेश का पालन करने के लिए तामिल किया गया,,