महावीर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य के पापों का प्रश्चित करता ठेकेदार

रिपोर्ट नरेंद्र कुमार परमार
शासकीय महावीर महाविद्यालय पेटलावद में जब से खेल मैदान की मिट्टी की खबर लगी तब से प्रभारी प्राचार्य डॉ कांतू डामोर, अवकाश पर निकल गए, खबरों का सिलसिला चल ही रहा था, अचानक से आज दिनाक 12.07.24 को ठेकेदार द्वारा, खोदे गए खेल मैदान में जेसीबी के द्वारा मुहरम, का भराव कर समतल किया जा रहा है, जिससे किसी को पता न चले की महाविद्यालय का खेल मैदान ग्राउंड खोदा गया हो, जो भी आए उसे ऐसा दिखे जैसे यहां कुछ हुआ ही नहीं साथ ही अभी जो भराव किया जा रहा वो मुरहम कहा से लाया जा रा, किस जगह से आ रहा।
निर्माण बिल्डिंग का न बोर्ड लगा न लागत मूल्य, नहीं मद का उल्लेख है, और ना ठेकेदार का नाम और मोबाइल नंबर, जिससे यह अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता कि यह बिल्डिंग शासन के किस मद से बनाई जा रही हैं, और क्या लागत है जो निर्माण नियमो की अनदेखी है।
*खबर छापने के बाद भी कार्यवाही क्यों नहीं*
जब समाचार पत्रों में खबर का प्रकाशन हुआ, तो उस दिन से प्रभारी प्राचार्य अवकाश पर चले गए, लेकिन स्थानीय प्रशासन किसी प्रकार की कोई कार्यवाही न तो प्रभारी प्राचार्य पर करी और न ही ठेकेदार पर। आज दीनाक तक कार्यवाही नही होना और जवाबदेही तय नहीं करना कही न कही, इस भ्रष्टाचार के मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया, जिसमे सरे आम भ्रष्टाचार और रॉयल्टी की भी चोरी हुई। साथ ही अभी जो भराव किया जा रहा वो मुरहम कहा से लाया जा रा, पेटलावद के किस जगह स्थान से खोदा जा रहा क्या उसकी रॉयल्टी की चोरी तो नही की जा रही।
दिनांक 10.07.24 को पंचनामा बना,नही की गई कार्यवाही
नायब तहसीलदार एवं पटवारी द्वारा मौका मुआयना कर, दिनांक 10.07.24 को पंचनामा बनाया था किंतु, पंचमाने के 2 दिन बाद तक कोई कार्यवाही प्रस्तावित नही हुई, न कार्य को रोका गया न ही किसी की जवाबदेही तय की गई।