बेटा होना पर्याप्त नहीं , मीराबाई बेटी होकर के भी जगत में नाम कर गई -संत धीरजराम महाराज

रिपोर्टर दर्पण पालीवाल
राजस्थान,नाथद्वारा।नगर के फ़ोज मोहल्ले में फूल माली समाज की हवेली में चल रहे विराट श्रीनाथ सन्निधि चतुर्मास के अंतर्गत रात्रिकालीन धर्मसभा को संबोधित करते हुए पुष्कर के संत धीरजराम महाराज ने कहा कि स्त्री भक्तों में भगवान के सबसे लाड़ले भक्त अगर कोई थे तो वह थे मीराबाई । सिर्फ़ वही भगवान से प्रेम करती थी ऐसा नहीं भगवान भी मीराबाई से प्रेम उतना ही करते थे, आप भगवान से प्रेम करते हो यह तो अच्छी बात है पर अगर भगवान भी आप से प्रेम करने लग जाए तो यह बहुत बड़ी बात है । सारी दुनिया एक ही बात कहती है की बेटा होता है तो नाम रोशन करता है कई बेटे ऐसे भी थे जो वीर थे सम्पन्न थे समृद्ध है पर भगवान की भक्ति नहीं करते थे ।मीराबाई बेटी होकर के भी जगत में नाम कर गई, बेटा होना पर्याप्त नहीं है बेटा होने के बाद मैं भगवान का भक्त होना बहुत बड़ी बात है। बेटा तो रावण भी था और कंश भी था पर उनकी कोई जयंती और बरसी नहीं मनाते हैं लेकिन धु्व जी महाराज के नाम से आज भी गगन मंडल में तारा चमकता है प्रहलाद जी महाराज को आज भी होली के पर्व पर याद करते हैं ।
इसके लिए कहा गया है पूत सपूत तो क्यों धन संचय पूत कपूत तो क्यों धन संचय
आप अपने पुत्र को धन कमा करके मत दो आप पुत्र को संस्कार कमा करके देवो तो संस्कारों की कमाई काम आती आपके बुढ़ापे में
अन्यथा आज का पुत्र वृद्धाश्रम माता पिता को भेजने में समय नहीं लगाता है।