कोलकाता’ जैसा हादसा होने से बचा इंदौर का एमवाय अस्पताल दरवाजा पीटता रहा नशेड़ी,चिल्लाती रही डॉक्टर
रिपोर्टर मोहम्मद अय्युब
*इंदौर* कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बाद देशभर में महिला डॉक्टरों में एक डर बैठ गया है।ऐसा ही मामला शनिवार को एमवाय अस्पताल की एक महिला डॉक्टर के साथ हुआ इंदौर एमवायएच में शनिवार देर रात मरीज के अटेंडेंट युवक का महिला डॉक्टर के रूम का दरवाजा पीटने व घुसने की कोशिश से हंगामे की स्थिति बन गई। डॉक्टर पहले तो घबरा गई, फिर साथी डॉक्टर्स को बुलाया। डॉक्टरों के अनुसार अटेंडेंट नशे की स्थिति में था। उसने जोर-जोर से दरवाजा खटखटाकर खुलवाया। लॉकर आदि को भी तोड़ने की कोशिश पर शिकायत दर्ज कराई है। कोलकाता की घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों सहित अन्य अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके बाद भी रात को व्यवस्थाएं बेहतर नहीं हो पाई है। जूनियर डॉक्टर्स एसो. पदाधिकारियों के अनुसार एमवायएच की पांचवीं मंजिल पर दो रूम ड्यूटी डॉक्टर्स के हैं। रात को एक जूनियर डॉक्टर रूम में कुछ देर सोने को गई। दूसरे रूम में अन्य जूनियर डॉक्टर ड्यूटी पर थे। देर रात किसी ने महिला डॉक्टर के रूम का दरवाजा जोर-जोर से पीटा। डॉक्टर ने दरवाजा खोला तो एक मरीज का अटेंडेंट सामने नशे में नजर आया। हालांकि वह अटेंडेंट मरीज को हो रही परेशानी की जानकारी देने आया था। इसी दौरान मोबाइल पर सूचना मिलने पर अन्य ड्यूटी डॉक्टर्स भी पहुंच गए। रात को ही सीएमओ से इसकी शिकायत भी की गई।
*एमवाय अस्पताल के पांचवीं मंजिल की घटना*
घटना एमवाय अस्पताल की पांचवीं मंजिल पर शनिवार रात करीब 12.30 बजे हुई। यहां नशे में धुत एक व्यक्ति ने महिला डीडीआर (डॉक्टर ड्यूटी रूम) में घुसने का प्रयास किया। जूनियर डॉक्टरों के मुताबिक उस समय केवल एक सुरक्षा गार्ड ड्यूटी पर था और वह भी सो रहा था अलार्म बजाया, फिर भी वह नहीं उठा। बाद में डरी हुई डॉक्टर ने अपने सहकर्मियों को बुलाया और अन्य मरीजों के स्वजन बचाने के लिए आगे आए। इसके बाद वह सुरक्षित रूप से बंद कमरे से बाहर निकल सकी। डॉक्टरों ने उस नशेड़ी व्यक्ति को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। रात में ही एक शिकायत भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) से की गई।
*तीन मिनट तक दरवाजा ठोंकने की आ रही थी आवाज*
पीड़ित महिला डॉक्टर ने बताया कि मैं अपनी ड्यूटी
पर थी। सहयोगी डॉक्टर किसी मरीज को देखने गए थे, इसलिए ड्यूटी रूम का दरवाजा बंद कर मैं अंदर थी। कुछ देर बाद जोर-जोर से दरवाजे ठोंकने की आवाज आने लगी। करीब तीन मिनट तक ऐसा होता रहा। इससे मैं काफी डर गई थी। फिर
मुझे लगा कि दरवाजा टूटने वाला है, इससे मैं काफी डर गई थी। फिर मुझे लगा कि दरवाजा टूटने वाला है, तो दरवाजा खोलकर बाहर निकली। वह व्यक्ति नशे में था। और मरीज के साथ अस्पताल आया था महिला डॉक्टर ने कहा कि वो बात भी नहीं कर पा रहा था और चल भी नहीं पा रहा था। वह जोर-जोर से चिल्ला रहा था। इसके बाद मैंने मदद के लिए आवाज लगाई, तो मरीजों के स्वजन आगे आए। सुरक्षाकर्मी काफी देर बाद आए और आकर भी सिर्फ खड़े रहे। आईसीयू से सहयोगियों को बुलाया, तब वहां पुरुष नर्स पहुंचे।
*गार्ड भी सोता मिला*
अस्पताल की पांचवीं मंजिल पर प्रबंधन ने दो सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई है लेकिन रात को उस फ्लोर पर एक ही सुरक्षाकर्मी था। डॉक्टरों के अनुसार वह भी कुर्सी पर सोता पाया गया। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. आकाश वर्मा ने बताया, इस मामले में डीन से भी शिकायत की जा चुकी है। प्रबंधन ने कार्रवाई को लेकर आश्वासन दिया है।
*जांच के लिए कमेटी बनाई गई है*
हमने जांच कमेटी बनाई है। जो 24 घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। यह कमेटी डॉ. धर्मेंद्र झंवर की अध्यक्षता में बनाई गई है, जिसमें एक महिला डॉक्टर को भी शामिल किया है। – *डॉ. संजय दीक्षित,* डीन, एमजीएम मेडिकल कॉलेज