बिलासपुर में फिलिस्तीन के झंडे को लेकर हुआ विवाद, सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारी
रिपोर्ट =जे के मिश्र
बिलासपुर में ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर फिलिस्तीन के झंडे लगाने को लेकर हुए विवाद में पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद हालात गर्म हो गए हैं। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मुस्लिम समुदाय ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। बुधवार रात को बड़ी संख्या में लोग कलेक्ट्रेट ऑफिस के सामने इकट्ठा हो गए और ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे लगाते हुए प्रदर्शन करने लगे।
प्रदर्शनकारी इस बात से नाराज हैं कि जमानत मिलने के बावजूद गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा नहीं किया गया। उनका आरोप है कि कागजात पर साइन न किए जाने के कारण अब तक रिहाई में देरी हो रही है। पुलिस ने फिलिस्तीन का झंडा फहराने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था, और इस गिरफ्तारी के खिलाफ अब समुदाय ने आवाज उठाई है।
वकील का बयान, “क्या झंडा लगाना अपराध है?”
इस बीच, अधिवक्ता और आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंका शुक्ला ने भी इस मामले में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह सरासर अन्याय है। उन्होंने वीडियो जारी कर कहा, “झंडा लगाना अगर अपराध है, तो प्रधानमंत्री मोदी पर भी मामला दर्ज होना चाहिए, क्योंकि उन्होंने भी फिलिस्तीन के शरणार्थियों की मदद की है।”
वायरल हुआ वीडियो, धमकाने का आरोप
वहीं दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें रामसिंह ठाकुर नामक युवक ने झंडा लगाने वालों को धमकाया है। वीडियो में ठाकुर कह रहे हैं कि “झंडा लगाने वालों को सुधर जाना चाहिए, नहीं तो हम सुधार देंगे।” उन्होंने कहा कि बिलासपुर में ऐसे आतंकवाद समर्थकों को रहने नहीं दिया जाएगा।
हिंदू संगठनों का विरोध, थाने में शिकायत
फिलिस्तीन का झंडा लगाए जाने से हिंदू संगठनों में आक्रोश है। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव करते हुए झंडा लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए फिलिस्तीन के झंडे जब्त कर लिए और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने 16 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें से पांच को गिरफ्तार किया गया है।
तनाव बढ़ा, जांच जारी
पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और कहा जा रहा है कि यह पूरी घटना सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकती है। सिटी कोतवाली पुलिस ने बताया कि आरोपियों पर सामाजिक शत्रुता फैलाने का आरोप लगाया गया है और उन्हें कानून के मुताबिक सजा दी जाएगी।
हिंदू संगठनों का आह्वान
हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक यतींद्र नाथ मिश्रा ने कहा कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को कानून के कठोर प्रावधानों के तहत दंडित किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।