न्यायधानी में आवारा पशुओं ने संभाली सड़क व्यवस्था आतंक के साये से गुजर रहे है लोग नगर निगम प्रशासन मौन
रिपोर्ट = जे के मिश्र
बिलासपुर. = न्यायधानी की मुख्य शहर की सड़क के बीचों बीच बैठे हुये आवारा पशु दे रहे है दुर्घटना को निमत्रण कुछ समय से आवारा मवेशियों की संख्या दिन- प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है नगर निगम प्रशासन को ऐसे आवारा मवेशियों को पकड़कर गौठानों में रखने विशेष रूप से सुबह व शाम को नियमित रूप से अभियान चलाकर हर वार्ड, सब्जी बाजार, चौक-चौराहों और सड़कों पर बैठे हुए मवेशियों को पकड़कर गौठानों में रखने विशेष रूप से निर्देश कमिश्नर कलेक्टर बिलासपुर के द्वारा समय सीमा बैठक में स्पष्ट रूप से दिए भी गए है जिसमे यह आदेश है कि आवारा पशुओं के विरुद्ध अभियान चलाया जाए आवारा पशुओं की शिनाख्त की जाय ताकि मवेशियों के मालिक संरक्षण दाता के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जा सके वर्तमान में अस्सी प्रतिशत दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ये आवारा पशु ही है जिसमे जन मॉल की भारी क्षति हो रही है
नगर निगम प्रशासन को चाहिए कि वह आवारा मवेशियों के गले में रेडियम युक्त पट्टे बांधने अभियान चलाना चाहिए, जिससे होने वाली सड़क दुर्घटनाओ को रोका जा सके और निगम को मवेशियों की पहचान करने के लिए मवेशियों के गले में एक पुट्ठे पर मवेशी मालिक का नाम, पता, मोबाईल नम्बर अवश्य रूप से अंकित करने विशेष रूप से पहल करना चाहिए, जिससे नगर निगम को भी बीच सड़क पर मवेशी छोड़ने वाले मालिक की जानकारी आसानी से पता चल सकेगी और बार-बार बीच सड़कों पर मवेशी छोड़ने वालो की धरपकड़ आसानी से की जा सकेगी और ऐसे लापरवाह मवेशी मालिक सरंक्षण दाताओं पर नगर निगम व पुलिस प्रशासन को संयुक्त रूप से कार्य करने की आवश्यकता है और ऐसे लापरवाह मवेशी मालिक पर जुर्माने के साथ ही उन पर एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्यवाही पुलिस प्रशासन को करना चाहिए l
नगर निगम अमला इस पर जरूर आवश्यक कार्यवाही करे साथ ही तथा जिम्मेदार अधिकारी विशेष रूप से इस समस्या पर अपना ध्यान देवे